इंदौर। मध्यप्रदेश नागरिक आपूर्ति निगम के एक अधिकारी के ठिकानों पर लोकायुक्त पुलिस ने सोमवार को छापे मारे और बड़े पैमाने पर उसकी आय से अधिक संपत्ति का खुलासा किया जिसमें विदेशी मुद्रा और बंद हो चुके भारतीय नोट भी शामिल हैं। छापों के बाद जांच के घेरे में आई संपत्ति का मौजूदा बाजार मूल्य 5 करोड़ रुपए से ज्यादा आंका जा रहा है।
लोकायुक्त पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि राज्य नागरिक आपूर्ति निगम के प्रबंधक सलमान हैदर के खिलाफ शिकायत मिली थी कि उसने भ्रष्ट तरीकों से अकूत संपत्ति अर्जित की है। इस शिकायत पर लोकायुक्त पुलिस के 50 से ज्यादा कारिंदों की मदद से हैदर के इंदौर में 3 ठिकानों और कटनी में एक ठिकाने पर छापा मारा गया। कुछ समय पहले इंदौर में नौकरी कर चुके हैदर फिलहाल कटनी में पदस्थ हैं।
उन्होंने बताया कि हैदर के ठिकानों से लगभग 7 लाख रुपए की नकदी जब्त की गई। छापामार दलों को अलग-अलग स्थानों पर सरकारी अधिकारी और उनकी पत्नी, साले तथा छोटे भाई के नाम से खरीदे गए 1 मकान, 5 फ्लैट, 7 भूखंडों, 10 एकड़ कृषि भूमि और 3 दुकानों के दस्तावेज मिले हैं।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि हैदर के एक रिश्तेदार के इंदौर स्थित घर से भी कुछ संदिग्ध अचल संपत्तियों के दस्तावेज मिले हैं। छापों के दायरे में आए ठिकानों से 4,293 मूल्य के सऊदी अरब रियाल के साथ 500 और 1,000 रुपए के मूल्य के बंद भारतीय नोट मिले हैं। इन ठिकानों से 1 लाख रुपए मूल्य के सोने-चांदी के आभूषण भी मिले हैं।
उन्होंने बताया कि सरकारी सेवा में कनिष्ठ लेखापाल के रूप में वर्ष 1985 में शामिल होने वाले हैदर का परिवार 4 पहियों वाली 5 गाड़ियों का मालिक है। इस परिवार के 15 बैंक खातों के बारे भी पता चला है जिनमें जमा रकम की जांच की जा रही है। हैदर के पारिवारिक सदस्यों के 6 पासपोर्ट भी जब्त किए गए हैं।
राज्य नागरिक आपूर्ति निगम के अधिकारी के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। मामले की विस्तृत जांच और आरोपी की बेहिसाब संपत्ति का मूल्यांकन जारी है। (भाषा)