मध्यप्रदेश में सियासी उठापटक के बीच अब सबकी नजर विधानसभा में होने वाले संभावित फ्लोर टेस्ट पर टिकी हुई है। ज्योतिरादित्य सिंधिया के जाने के बाद कांग्रेस में 22 विधायकों की बगावत के बाद अब निर्दलीय विधायकों को साधने के लिए पार्टी ने पूरी ताकत लगा दी है। बंगलुरू में कई दिन गुजारने के बाद अब खुलकर कांग्रेस के खेमे में नजर आने वाले निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा लगातार मुख्यमंत्री कमलनाथ से सीधे संपर्क में है।
कमलनाथ सरकार पर मंडराते संकट को लेकर निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा सिरे से खारिज करते हुए कहते हैं कि सरकार पूरी तरह बहुमत में है और उसको कोई खतरा नहीं है। सदन में होने वाले संभावित फ्लोर टेस्ट को लेकर शेरा कहते हैं कि सभी विधायकों को फ्री होकर वोट डालाना देना चाहिए।
वेबदुनिया से बातचीत में सुरेंद्र सिंह शेरा बंगलुरू में हुई कांग्रेस विधायकों की प्रेस कॉफेंस पर सवाल उठाते हुए कहते हैं कि वह किसी और की भाषा बोल रहे थे। मीडिया से बातचीत में विधायकों ने साफ तौर पर भाजपा नहीं ज्वाइन करने की बात कही है और आज सभी विधायकों में कांग्रेस भरी हुई है।
सदन में संभावित फ्लोर टेस्ट के सवाल पर शेरा कहते हैं कि कि जब सदन में फ्लोर टेस्ट लाए जाएगा तब देखा जाएगा अभी तो सिर्फ इस पर चर्चा हो रही है। सदन में फ्लोर टेस्ट कराना पूरी तरह विधानसभा स्पीकर का अधिकार है कि कब वह इस पर चर्चा कराते है। राजभवन और सरकार में बढ़ती तल्खी के सवाल पर सुरेंद्र सिंह शेरा कहते हैं कि विधानसभा किस तरह चलनी है यह पूरी तरह स्पीकर के अधिकार में है इसमें मुख्यमंत्री भी दखल नहीं दे सकते।
वेबदुनिया से बातचीत में विधायक शेरा कहते हैं कि वह बेंगलुरू में बंधक विधायकों को वापस लाने के लिए तैयार है और उन्होंने मुख्यमंत्री कमलनाथ से इसको लेकर बात की। मुख्यमंत्री का आदेश मिलते ही वह बेंगलुरू रवाना हो जाएंगे।