भोपाल। मध्य प्रदेश में पहले से ही बारिश और बाढ़ से बर्बाद किसानों को मिलने वाले मुआवजे पर अब संकट के बादल मंडराने लगे है। किसानों के मुआवजे पर आए इस संकट की वजह प्रदेश के पटवारियों का अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने से है। पटवारियों के अनिश्चिकाल हड़ताल पर जाने से पूरे प्रदेश में बारिश और बाढ़ से बर्बाद हुई किसानों की खराब फसलों के सर्वे का काम ठप्प पड़ गया है।
वेबदुनिया से बातचीत में पटवारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष उपेंद्र सिंह बघेल ने कहा कि प्रदेश के समस्त पटवारी कैबिनेट मंत्री जीतू पटवारी और दिग्विजय सिंह की टिप्पणी से दुखी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेताओं के बयानों से वह अपमानित महसूस कर रहे है और ऐसे हालात में काम करना बेहद मुश्किल है।
मुआवजा नहीं बंटना चाहती सरकार - वेबदुनिया से बातचीत में पटवारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष उपेंद्र सिंह बघेल कहते हैं कि उनको तो लगता हैं कि सरकार की मंशा ही नहीं है कि किसानों को उनकी खराब फसल का मुआवजा मिले इसलिए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जानबूझकर पटवारियों पर टिप्पणी कर रहे है।
उन्होंने बुधवार को इंदौर में दिए दिग्विजय सिंह के बयान को सोच समझकर दिया गया बयान बताया। उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह अपने बयान के जरिए पटवारियों को जानबूझकर भड़काने का काम कर रहे है और इससे साफ है कि सरकार किसानों को मुआवजा ही नहीं बंटना चाहती है।
उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह को वरिष्ठ नेता होने के नाते पटवारियों को समझना चाहिए लेकिन उन्होंने उल्टा आग में घी डालने का काम किया। उन्होंने दिग्विजय के बयान पर सवाल उठाते हुए कहा कि परिवार में बड़े होने के नाते उन्हें विवाद को समाप्त करना चाहिए और जीतू पटवारी को माफी मांगने को कहना चाहिए लेकिन जिस तरह उन्होंने एक कदम आगे बढ़कर सीधे रिश्वत की रकम ही बता डाली उससे अब सरकार की मंशा पर भी सवाल उठते है।
उन्होंने कहा दिग्विजय को चुनौती देते हुए कहा कि उन्होंने जिस तरह पटवारियों के पैसे लेने की बात कही उसको साबित करें। अगर मध्य प्रदेश के 17 हजार पटवारियों में से किसी भी एक पटवारी पर रिश्वत लेने का आरोप साबित होता है तो वह खुद कार्रवाई करेंगे। पटवारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष ने दिग्विजय सिंह पर तंज कसते हुए कहा कि उनके पटवारी रिश्वत लेते होंगे हमारे पटवारी नहीं।
वहीं वेबदुनिया से बातचीत में मध्य प्रदेश पटवारी संघ के महामंत्री धमेंद्र शर्मा ने कहा कि इन बयानों से प्रदेश के पटवारी काफी व्यथित है और जब तक कांग्रेस के नेता माफी नहीं मांगेगे वह काम पर नहीं लौटेंगे।
वहीं पटवारियों के हड़ताल से किसानों के मिलने वाले मुआवजे पर खतरा मंडराने लगा है। बारिश के बर्बाद किसानों की फसल का सर्वे और मुआवजा बांटने की प्रकिया में पटवारियों की अहम भूमिका होती है। ऐसे पटवारियों की अनिश्चिकाल हड़ताल से अब किसानों के मुआवजे पर भी संकट के काले बादल मंडराने लगे है।