केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को भाजपा में शामिल हुए एक लंबा समय बीत चुका है लेकिन सिंधिया समर्थक नेता अब भी भाजपा के साथ अपने को सहज महसूस नहीं कर पा रहे है। ज्योतिरादित्य सिंधिया की कट्टर समर्थक इमरती देवी जिनको उपचुनाव में डबरा में हार का सामना करना पड़ा था,अपनी हार का गम भुला नहीं पा रही है। इमरती अब भी अपनी हार का कारण जानने और भविष्य की राजनीति को लेकर चिंतित दिखाई दे रही है।
डबरा उपचुनाव में मिली हार का कारण जनाने अब इमरती देवी प्रसिद्ध पंडोखर सरकार के दरबार में पहुंची। पंडोखर सरकार के दरबार में पहुंची इमरती देवी ने पूछा कि वह राजनीति साफ सुथरी करती है फिर उन्हें चुनाव कैसै हराया गया। इस पर पंडोखर सरकार ने साफ कहा कि वर्तमान में आप जिस पार्टी में है उसी के एक नेता ने आप को चुनाव हरवाया है।
पंडोखर सरकार ने कहा भाजपा के किस नेता ने चुनाव हराया उसका नाम नहीं बताऊंगा लेकिन आप ही की पार्टी के व्यक्ति ने आपको चुनाव हरवाया है। इसके साथ ही पंडोखर सरकार ने इमरती देवी से कहा कि वह चुनाव हारने वाले व्यक्ति का नाम नहीं ले रहे है। पंडोखर सरकार ने आगे कहा कि हारने वाले व्यक्ति का नाम नहीं बताया जा सकता है परंतु नाम बताने में समर्थ हूं, जब डबरा में कार्यक्रम होगा तब बताकर आउंगा।
पंडोखर सरकार ने इमरती देवी से कहा कि वह इतना जरूर बता रहे है कि आपकी राजनीति में उन्नति और विस्तार होगा। जनता आप पर भरोसा करती है, इसलिए हारने के बाद भी आपने अध्यक्ष और उपाध्यक्ष आपने अपने बनाए। भगवान और पार्टी की इच्छा है कि आप आगे बढ़ो। कांग्रेस आपकी ही थी और भाजपा भी आपकी है, मेन है भाजपा और कांग्रेस की जनता जिसने आपको नेता माना, जिसने अपनी बात रखने की क्षमता आप में दी।