सावधान! सोशल मीडिया पर कुछ शेयर करने से पहले इस बात का जरूर रखें ध्यान...

Webdunia
सोमवार, 11 अक्टूबर 2021 (12:13 IST)
भोपाल। वर्तमान परिदृश्य में, डिजिटल मीडिया का उपयोग कई गुना बढ़ गया है। इसके परिणामस्वरूप साइबर अपराधों की संख्या में भी बहुत तेज वृद्धि हुई है। सोशल मीडिया के जरिए आए दिन कोई न कोई जानकारी शेयर की जाती है। लेकिन यह जानना बहुत जरूरी हो जाता है कि हम जो शेयर कर रहे हैं वह सुरक्षित है या नहीं।
 
यह विचार कार्यशाला के मुख्य वक्ता, राष्ट्रीय स्तर के साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ प्रो. गौरव रावल ने व्यक्त किए। भोपाल स्कूल ऑफ सोशल साइंस (BSSS), के कंप्यूटर एप्लीकेशन विभाग के तहत डेटा साइंस एनालिटिक्स साइबर सिक्योरिटी क्लब (डीएसएसी क्लब) ने 'साइबर वर्ल्ड में सुरक्षित रहना' विषय पर 3 दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। 6, 7 और 8 अक्टूबर 2021 को कार्यशाला की शुरुआत सुश्री प्रभा बीजू, प्रमुख, कंप्यूटर एप्लिकेशन विभाग, BSSS के स्वागत भाषण के साथ हुई। 
 
सत्र के पहले दिन प्रो. रावल ने बताया कि हमें अपने मोबाइल उपकरणों में जीईओ टैगिंग या लोकेशन एक्सेस विकल्प को बंद कर देना चाहिए जो कि नया सेल फोन खरीदते समय डिफ़ॉल्ट रूप से चालू रहता है। सोशल मीडिया प्रावधान की ओर से, उन्होंने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर व्यक्तिगत जानकारी को अपडेट या पोस्ट करते समय जागरूक रहने के लिए सभी की आगाह किया।
 
प्रो. गौरव ने किसी भी प्रकार के सोशल प्लेटफॉर्म पर फोन नंबर, स्थानीय पता, वर्तमान स्थान और मूल जन्म तिथि जैसे व्यक्तिगत विवरण साझा न करने का भी आग्रह किया, क्योंकि हैकर्स इन सभी व्यक्तिगत विवरणों का दुरुपयोग अपने गलत इरादों के लिए कर सकते हैं। सत्र का आयोजन Google मीट प्लेटफॉर्म का उपयोग करके किया गया और प्रतिभागियों को साइबर दुनिया में खुद को सुरक्षित रखने के तरीके के बारे में प्रशिक्षित किया गया।
दूसरे दिन प्रो. रावल ने बताया कि डिजिटल फुटप्रिंट पूरी तरह से नष्ट नहीं होंगे, इसलिए किसी भी सामग्री को अपलोड करने से पहले हमेशा सतर्क रहना चाहिए और इस आभासी दुनिया में कुछ भी टाइप करने से पहले दो बार सोचना चाहिए, अन्यथा, किसी के शिकायत करने पर आप जांच एजेंसियों द्वारा पकड़े जा सकते हैं। 
 
कार्यशाला के तीसरे दिन प्रो. रावल ने सोशल मीडिया का उपयोग करते हुए सुरक्षित रहने के लिए विभिन्न सुरक्षा उपायों और उपकरणों के उपयोग का भी प्रदर्शन किया। कार्यशाला में लगभग 70 छात्रों और शिक्षकों ने भाग लिया। सत्र अत्यधिक जानकारीपूर्ण था और प्रो. रावल ने भी प्रतिभागियों के प्रश्नों को प्रभावी ढंग से जवाब दिए। सत्र का समापन सुश्री सिनी शिबू, सहायक प्रोफेसर, कंप्यूटर एप्लिकेशन विभाग द्वारा धन्यवाद प्रस्ताव के साथ हुआ।
 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

पाकिस्तान में बेनाम सामूहिक कब्रों के पास बिलखती महिलाएं कौन हैं...?

नरेंदर सरेंडर... भोपाल में PM मोदी पर राहुल गांधी ने बोला जमकर हमला

क्या ये वन नेशन, वन हसबैंड योजना है, मोदी के नाम का सिंदूर लगाएंगे, Operation Sindoor पर भगवंत मान के बयान पर बवाल

Operation Sindoor में भारतीय नुकसान पर फिर आया CDS अनिल चौहान का बयान, जानिए क्या कहा

सोनम की सास से बातचीत की आखिरी ऑडियो क्‍लिप वायरल, पढ़िए पूरी बात, लापता होने से पहले क्‍या कहा था बहू ने?

सभी देखें

नवीनतम

Weather Update: पूर्वोत्तर में बाढ़ से हाहाकार, जानें अन्य राज्यों में कैसा है मौसम?

IPL जीतने के बाद रजत पाटीदार ने क्यों कहा, ई साला कप नामडू, क्या है इसका मतलब?

नाजी शासन को चुनौती देने वाली भारतीय राजकुमारी

गडकरी ने देहरादून के लिए देखा सपना, हवा में चलेगी डबल डेकर बस

Pakistan ने बनाया था 48 घंटे का प्लान, CDS अनिल चौहान ने बताया भारत कैसे 8 घंटे में घुटनों पर लाया

अगला लेख