भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा में गुरुवार को विधानसभा उपाध्यक्ष पद के चुनाव के दौरान बीजेपी ने आसंदी पर जमकर सवाल उठाए। सदन में उपाध्यक्ष पद के चुनाव के दौरान बीजेपी पाइंट ऑफ ऑर्डर के मुद्दे को लेकर स्पीकर एनपी प्रजापति के व्यवहार को तानाशाही करार दिया।
वहीं सदन में उपाध्यक्ष पद के चुनाव के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्पीकर पर सवाल उठाते हुए उन्हें डॉन बता दिया। हंगामे के बीच पूर्व मुख्यमंत्री चौहान ने आसंदी पर सवाल उठाते हुए कहा कि अध्यक्ष महोदय आपका व्यवहार अध्यक्ष का व्यवहार नहीं है। आपका व्यवहार तो डॉन जैसा लग रहा है, आप तो धमकी दे रहे हैं। यह नहीं चलेगा़ आपकी धमकी नहीं चलेगी।
सदन में शिवराज के ये कहते ही जमकर हंगामा होने लगा। कांग्रेस के कई विधायकों ने पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह के इस तरह के व्यवहार पर सवाल उठाए। सदन में मंत्री सज्जनसिंह वर्मा और जीतू पटवारी ने पूर्व मुख्यमंत्री के आसंदी के लिए किए गए शब्दों पर कड़ी आपत्ति दर्ज कराई।
वहीं शिवराजसिंह चौहान के खिलाफ सदन में कांग्रेस विधायक विक्रम सिंह बसपा के संजीव सिंह और सपा के राजेश शुक्ला ने विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया है, जिसके बाद सियासत और तेज हो गई है। वहीं नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव विधानसभा अध्यक्ष के फैसले को अलोकतांत्रिक और अमर्यादित बताते हुए कहा कि विधानसभा अध्यक्ष का रवैया विपक्ष के साथ ठीक नहीं है।
भार्गव ने कहा कि स्पीकर ने सदन में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष को पॉइंट ऑफ आर्डर भी नहीं रखने दिया। वहीं स्पीकर को लेकर बीजेपी के तेवर तीखे हो गए हैं। भाजपा राष्ट्रपति से स्पीकर की शिकायत करने के साथ ही
विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने पर भी विचार कर रही है।