भोपाल। मध्यप्रदेश में डेंगू और चिकनगुनिया के लगातार बढ़ते मामलों के बाद सरकार अब अलर्ट मोड पर आ गई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज जिलेवार डेंगू और कोरोना के मामलों की समीक्षा की। बैठक में मुख्यमंत्री ने भोपाल, इंदौर, मंदसौर, जबलपुर, रतलाम, आगर मालवा, छिंदवाड़ा में विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। वहीं राजधानी भोपाल में एक दिन में डेंगू के 17 नए मरीज मिलने के साथ कुल पीड़ितों का आंकड़ा 175 तक पहुंच गया है।
बैठक में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को डेंगू के मरीजों के इलाज के लिए जिला अस्पतालों में 10 बिस्तर का आइसोलेशन वार्ड सुनिश्चित करने, रैपिड रिस्पांस टीमों का गठन करने, केंद्र सरकार की स्टैण्डर्ड ट्रीटमेंट अनुसार डेंगू का इलाज करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने अतिरिक्त दल गठित कर रैपिड फीवर सर्वे एवं वेक्टर कंट्रोल गतिविधियां शुरू करने, प्रभावित क्षेत्र में वाहक मच्छरों की वृद्धि के स्रोत में कमी लाने हेतु प्रयास करने, 7 दिनों से अधिक समय तक किसी भी स्थान पर जलभराव न होना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
इसके साथ ही उन्होंने नागरिकों से कूलर, टंकी, खाली प्लाट, गड्डों इत्यादि की नियमित सफाई करने का आग्रह किया। उन्होंने अधिकारियों को मच्छर के लार्वा शून्य होने तक प्रभावित क्षेत्रों में एंटीलारवल गतिविधियां चालू रखने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने लार्वा नियंत्रण हेतु टेमीफोस, बीटीआई जैसे एंटीलार्वल रसायन का उपयोग करने, फॉगिंग एवं छिड़काव हेतु पर्याप्त मात्रा में क्रियाशील कम्प्रेसर पंप, फॉगिंग मशीन इत्यादि की उपलब्धता के संबंध में निर्देश दिए।
प्रभावित क्षेत्रों में रसायन साइफेनोथ्रिन 5% द्वारा आउटडोर फॉगिंग कार्य करने, कीटनाशक पायरेथर्म 2% द्वारा डेंगू पॉजिटिव रोगी के घर के आसपास 400 मी. क्षेत्र में स्थित 50 घरों में स्पेस स्प्रे करने के निर्देश भी दिये गए हैं।