भोपाल। बुलडोजर बाबा के नाम से जाने जाने वाले योगी आदित्यनाथ की भाजपा नीत सरकार को उत्तरप्रदेश में हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में दोबारा मिली बड़ी जीत से गदगद होकर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने उनकी तर्ज पर चलने का संकेत देते हुए मंगलवार को कहा कि प्रदेश में भी बुलडोजर चल पड़ा है और गुंडे और बदमाशों के मकानों को खोदकर मैदान बना दूंगा।
मध्यप्रदेश में नवंबर 2023 में विधानसभा चुनाव होना है। चौहान ने कहा कि गुंडे और बदमाशों के मकानों को खोदकर मैदान बना दूंगा। मामा (शिवराज सिंह चौहान) का बुलडोजर चल पड़ा है और अब रुकेगा नहीं, गुंडे-बदमाशों को ठिकाने लगाकर ही दम लेगा। उन्होंने गुंडे-बदमाशों को सख्त लहजे में हिदायत दी कि गरीबों और कमजोरों को सताना बंद कर दें अन्यथा मध्यप्रदेश छोड़ दें।
उन्होंने रायसेन जिले की तहसील सिलवानी के खमरिया गांव में तीन दिन पहले दो गुटों के बीच में हुए विवाद में मृत राजू धुर्वे के परिजनों से चन्द्रपुरा में भेंट कर संवेदना व्यक्त करने के बाद ग्रामीणों को संबोधित करते हुए यह बात कही।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीबों और जनजातीय लोगों के विरुद्ध होने वाले हर अत्याचार को सख्ती से रोका जाएगा और अत्याचारियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। चौहान ने उल्लेख किया कि एक जमाने में उन्होंने कहा था कि प्रदेश में डकैतों का सफाया करूंगा और आज प्रदेश में एक भी डाकू नहीं है।
उन्होंने कहा कि उनका बुलडोजर पूरे मध्यप्रदेश में चल रहा है, चाहे सिवनी हो, श्योपुर, शहडोल या जावरा, सब जगह गुंडे-बदमाशों के मकानों को (सरकार ने) मैदान बना दिया है।
चौहान ने जनजातीय वर्ग को आश्वस्त किया कि पूरी सरकार और मुख्यमंत्री उनके साथ है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि तलाशी कर सभी तरह के अवैध कारोबार पर सख्ती से रोक लगाएं।
उन्होंने स्पष्ट किया कि घटना से प्रभावित हुए लोगों को सहायता राशि भोपाल से भी दी जा सकती थी, लेकिन चन्द्रपुरा सिर्फ इसलिए आया हूं कि गुंडे-बदमाशों को यह चेतावनी मिल जाए कि उन्हें सरकार छोड़ेगी नहीं।
चौहान ने विवाद में अपनी जान गंवा चुके राजू धुर्वे के घर गए और उनकी पत्नी माया बाई को 5 लाख रुपए की अनुग्रह राशि का चेक भेंट किया। मुख्यमंत्री ने उनके माता-पिता और पूरे परिवार से भी भेंट की और सहायता स्वरूप मृतक के पिता और भाई को प्रधानमंत्री आवास योजना में दो आवास के स्वीकृति-पत्र भी सौंपे।
उन्होंने कहा कि मृतक के तीनों बच्चों को प्रतिमाह 2-2 हजार रुपए दिए जाएंगे और उसकी पत्नी को स्व-रोजगार से जोड़ा जाएगा।