वैसे तो जिला चिकित्सालय की लापरवाही आए दिन सामने आती है, लेकिन बुधवार को चौंकाने वाली तस्वीरें सामने आईं, जहां महिला के शव को कचरा गाड़ी में चिकित्सालय ले जाया गया।
मानवीयता को शर्मसार करने वाला यह वाकया जिला मुख्यालय से करीब 20 किलोमीटर दूर अठाना पंचायत क्षेत्र में देखने को मिला, जहां एक अज्ञात महिला का शव विधायक ओमप्रकाश सखलेचा के फार्म हाउस के करीब खेत में पड़ा था। ऐसे में शव को शव वाहन के बजाय कचरा वाहन से जिला चिकित्सालय पोस्टमार्टम के लिए लाया गया।
नीमच जिले में लगभग सभी चिकित्सालय में शव वाहन होने के बावजूद इस प्रकार शव को कचरा गाड़ी में लाना इंसानियत को शर्मसार करता है, वहीं देखने वाली बात यह है कि जिम्मेदार अधिकारी सिर्फ मामले से पल्ला झाड़ने की कोशिश करते हैं। आखिर इन शव वाहनों का उपयोग कहां हो रहा है? यह कोई भी बताने को तैयार नहीं है।
जीवनभर किसी व्यक्ति को सम्मान न मिला हो पर मरने के बाद तो उसके शव को सम्मान मिले, लेकिन नीमच जिला स्वास्थ विभाग लगता है पूरी तरह लापरवाह हो चुका है। सुविधाओं के नाम पर वाहवाही लूटने वाले नेताओं को शायद ऐसे अमानवीय कार्य नहीं दिखते।
जावद थाना की एसआई वर्षा यादव ने बताया कि हमें एक महिला के लावारिस शव की खबर मिली थी। फिलहाल उसकी शिनाख्त नहीं हो पाई है। महिला की उम्र 32 वर्ष के आसपास है। महिला के हाथ पर जो लिखा हुआ है, उसके आधार पर उसकी शिनाख्त की जाएगी।
शव को कचरा गाड़ी में लाने के सवाल पर नगर पंचायत अठाना (नीमच) कचरा वाहन के ड्राइवर राजेन्द्र माली ने कहा कि हमसे सफाई दरोगा ने कहा कि महिला का शव लेकर आओ। हमें जैसा निर्देश मिला उसी के अनुरूप हमने काम किया।