महाभारत में भीम गदा के अलावा और कौनसा शस्त्र चलाना जानते थे?

अनिरुद्ध जोशी
मंगलवार, 1 सितम्बर 2020 (14:51 IST)
महाभारत काल में प्रत्येक योद्धा एक विशेष अस्त्र या शस्त्र को चलाने में निपुण था। पांडव पुत्र भीम की माता कुंती और पिता पवनदेव थे। भीम को वासुकि नाग ने दस हजार हाथियों का बल प्रदान किया था। भीम को गदा चलाना ही आता है परंतु वह एक और शस्त्र चलाना जानते थे।
 
महाभारत काल में बलराम के बाद भीम सबसे ज्यादा ताकतवर इंसान थे। उनके बार जरासंध को भी शरीरिक रूप से शक्तिशाली माना जाता था। श्रीकृष्ण के भाई बलराम ने भीम को गदा युद्ध सिखाया था और उन्होंने दुर्योधन को भी गदा युद्ध की शिक्षा दी थी। जरासंध भी गदा युद्ध में कौशल था। उस काल में बलराम, भीम, दुर्योधन और जरासंध के अलावा कोई भी ऐसा वीर नहीं था जो उनके जैसा गदायुद्ध जानता हो। भीम गदाधारी थे और वे मल्ल युद्ध में भी पारंगत थे। उन्होंने अपनी इस दोनों ही विद्या का प्रयोग करके सबसे शक्तिशाली जरासंध का वध किया था और महाभारत के अंत में दुर्योधन का भी वध कर दिया था।
 
भीम ने अपनी गदा के बल पर ही महाभारत के युद्ध में दुर्योधन के भाई  दु:शासन और उन्य कौरवों का वध कर दिया था। भीम ने ही अपनी शक्ति के बल पर वारणात के लक्षागृह की आग से माता कुंती और अपने भाइयों को बचाया था। उसी ने विराट राज्य के राजा के साले सेनापति कीचक का वध कर दिया था। घोसयात्रा के दौरान जब कर्ण गंधर्वो का सामना ना करके भाग गया और दुर्योधन बंदी बना लिया गया था तब  भीम ने ही अर्जुन के साथ मिलकर गंधर्वो की सेना को परास्त किया था।
 
युधिष्ठिर के राजसूय यज्ञ के लिए भीम पूर्व दिशा के सारे राजाओं पर विजय हासिल करने निकले थे। तब उन्होंने अंगदेश के राजा कर्ण को भी परास्त कर दिया था। यहां तक की भीम ने कुरुक्षेत्र युद्ध में अंगराज कर्ण को धनुर्युद्ध में भी परास्त किया था। भीम के बाण के प्रहार से कर्ण अचेत हो कर अपने रथ पर ही गिर गए थे। अंगराज कर्ण की हार से कौरवः की सेना, दुर्योधन तथा सम्राट धृतराष्ट्र भी चिंता में पड़ गए थे। तब भीम को कहीं और उलझा दिया गया था। कुरुक्षेत्र युद्ध में उन्होंने महामहिम भीष्म को भी परास्त किया था। 
 
संदर्भ : महाभारत

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

Weekly Horoscope: 12 राशियों के लिए कैसा रहेगा सप्ताह, पढ़ें साप्ताहिक राशिफल (18 से 24 नवंबर)

Mokshada ekadashi 2024: मोक्षदा एकादशी कब है, क्या है श्रीकृष्‍ण पूजा का शुभ मुहूर्त?

Shani Margi: शनि का कुंभ राशि में मार्गी भ्रमण, 3 राशियां हो जाएं सतर्क

विवाह पंचमी कब है? क्या है इस दिन का महत्व और कथा

उत्पन्ना एकादशी का व्रत कब रखा जाएगा?

सभी देखें

धर्म संसार

22 नवंबर 2024 : आपका जन्मदिन

22 नवंबर 2024, शुक्रवार के शुभ मुहूर्त

Prayagraj Mahakumbh : 485 डिजाइनर स्ट्रीट लाइटों से संवारा जा रहा महाकुंभ क्षेत्र

Kanya Rashi Varshik rashifal 2025 in hindi: कन्या राशि 2025 राशिफल: कैसा रहेगा नया साल, जानिए भविष्‍यफल और अचूक उपाय

विवाह में आ रही अड़चन, तो आज ही धारण करें ये शुभ रत्न, चट मंगनी पट ब्याह के बनेंगे योग

अगला लेख