मंत्री की बेटी से छेड़छाड़ से गरमाई सियासत, क्या है आरोपियों का शिवसेना शिंदे से कनेक्शन?
पुलिस ने 7 आरोपियों के खिलाफ POCSO और IT एक्ट में मामला दर्ज किया। बताया जा रहा है कि अधिकांश आरोपी उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के गुट से जुड़े हैं
Maharashtra news in hindi : केंद्रीय मंत्री रक्षा खडसे की बेटी से छेड़छाड़ मामले में महाराष्ट्र की सियासत गरमा गई है। खडसे के ससुर एकनाथ खडसे जो एनसीपी शरद गुट के नेता है, जब डीजीपी से चर्चा के बात कर शिकायत करने के बाद थाने पहुंचे तो उन्हें भी 2 घंटे वहां बैठाकर रखा गया। हालांकि बाद में पुलिस ने 7 आरोपियों के खिलाफ POCSO और IT एक्ट में मामला दर्ज किया। बताया जा रहा है कि अधिकांश आरोपी उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के गुट से जुड़े हैं, इनमें से कुछ के खिलाफ पहले से गंभीर केस भी दर्ज है।
उन्होंने कहा कि मैं मंत्री की तरह नहीं बल्कि मां की तरह थाने पहुंची। आज मेरी बेटी के साथ हुआ कल किसी की भी बेटी के साथ हो सकता है। अगर किसी बच्चे के साथ ऐसा होता है तो परिवार को उसका साथ देना चाहिए।
क्या है मामला : पुलिस सूत्रों के मुताबिक यह घटना उस समय हुई जब खडसे की बेटी अपने दोस्तों के साथ शहर के मुक्ताईनगर इलाके में एक 'यात्रा' (मेला) में गई थी, जहां अज्ञात लोगों ने कथित तौर पर उसके साथ छेड़छाड़ की। उस वक्त मंत्री की बेटी के साथ गार्ड भी थे। आरोपियों ने मंत्री की बेटी और उनकी सहेलियों को धक्का मारा, उनके फोटो और वीडियो भी बनाए। सुरक्षा गार्डों के प्रयासों के बावजूद अपराधी मौके से भाग निकले।
कौन है आरोपी : आरोपियों की पहचान शिंदे सेने के उपजिला प्रमुख के भतिजे अनिकेत भोई, पूर्व पार्षद पीयूष मोरे, शिंदे युवा सेना के शहर प्रमुख सचिन, अनुज, चेतन और किरण माली के रूप में हुई है। आरोपियों में एक नाबालिग भी शामिल है।
विपक्ष ने उठाए सवाल : महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष हर्षवर्धन और विधायक दल के नेता विजय वडेट्टीवार ने कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि मंत्री को शिकायत दर्ज करने अस्पताल जाना पड़ रहा है।
केंद्रीय राज्य मंत्री रक्षा खडसे की बेटी से कथित छेड़छाड़ मामले पर NCP-SCP विधायक रोहित पवार ने कहा कि अगर महाराष्ट्र में केंद्रीय मंत्री की बेटी सुरक्षित नहीं है, तो राज्य में आम आदमी की बेटी कैसे सुरक्षित हो सकती है? मंत्री (केंद्रीय राज्य मंत्री रक्षा खडसे) ने भी कल यही बात कही थी। पिछले 126 दिनों में पुणे जिले में बलात्कार के 50 मामले सामने आए।
क्या बोले फडणवीस : मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि आरोपी एक सियासी दल से हैं। उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र में गृह विभाग की जिम्मेदारी खुद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस संभाल रहे हैं।
edited by : Nrapendra Gupta