मकर संक्रांति क्या शुभ संदेश लेकर आई है आपके लिए....

Webdunia
मकर संक्रांति का पर्व ज्योतिष की दृष्टि से विशेष पवित्र और फलदायक माना जाता है। सूर्य सभी ग्रहों में प्रमुख हैं। उनके राशि परिवर्तन का समस्त 12 राशियों पर अलग-अलग प्रभाव पड़ता है। आइए जानें आपकी राशि के लिए क्या लाई है यह संक्रांति...  
 
मेष- संक्रांति शुभता का वरदान लाई है। कार्य क्षेत्र में विशेष प्रगतिदायक अवसर मिलेंगे। 
 
वृष-यह संक्रांति शुभ है। धार्मिक क्रियाकलाप आपको भाग्यवान बनाएंगे।  
   
मिथुन- स्वास्थ्य के लिए प्रतिकूल है यह संक्रांति। बिगड़ सकती है सेहत। ध्यान रखें।  
 
कर्क-इस संक्रांति का संकेत है कि पार्टनरशिप में या पार्टनर के द्वारा कार्य-योजना बनेगी जो सफल हो सकती है। 
 
सिंह- संक्रांति आपको सचेत कर रही है सावधानी रखें। प्रतिकूल समय है। अनबन से बचें । 
 
कन्या-यह संक्रांति अनुकूल है। विद्यार्थियों के लिए अच्छा समय है। रोमांस के लिए शुभ है।   
 
तुला- इस संक्रांति का संदेश है कि मित्रों से चिंता बनी रहेगी, शुभ संदेश मिलेंगे। 
 
वृश्चिक-अत्यंत शुभ और मंगलमयी है संक्रांति। सूर्य का परिवर्तन यश, कीर्ति व पराक्रम बढ़ाएगा। 
 
धनु- आपके लिए इस संक्रांति का शुभ संदेश है कि धन में वृद्धि होगी। भविष्य की नई योजनाएं बनेगी। 
  
मकर-यह संक्रांति कह रही है कि प्रसिद्धि प्राप्त करने का समय है। आप अपने कार्यो को पूरा कर पाएंगे।
  
कुंभ- संक्रांति की चेतावनी है कि अनावश्यक ख़र्च से बचें। फिर भी समय अनुकूल है आपके लिए। 
  
मीन-संक्रांति का शुभ संदेश है कि समय आप के साथ है। हर कार्य में सफलता मिलेगी।  

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

दुनिया में कितने मुस्लिम इस्लाम धर्म छोड़ रहे हैं?

ज्येष्ठ माह के 4 खास उपाय और उनके फायदे

नास्त्रेदमस ने हिंदू धर्म के बारे में क्या भविष्यवाणी की थी?

भारत ने 7 जून तक नहीं किया पाकिस्तान का पूरा इलाज तो बढ़ सकती है मुश्‍किलें

क्या जून में भारत पर हमला करेगा पाकिस्तान, क्या कहते हैं ग्रह नक्षत्र

सभी देखें

धर्म संसार

मंगल का सिंह राशि में गोचर, 3 राशियों के जीवन में होगा मंगल

चीन से निकलने वाली ब्रह्मपुत्र नदी के बारे में 10 खास जानकारी

गायत्री जयंती कब है, क्या है पूजा का शुभ मुहूर्त और मंत्र का महत्व?

निर्जला एकादशी कब है, क्या है पारण का समय, भूलकर भी न करें 11 काम

7 जून के बाद पाकिस्तान से युद्ध करना होगा मुश्किल, भारत को उठाना पड़ सकता है नुकसान

अगला लेख