मकर संक्रांति मनाने से पहले सबसे शुभ मुहूर्त जान लीजिए

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इस साल मकर संक्रांति किस दिन आ रही है और क्‍या है दान व पूजन का शुभ मुहूर्त... जानिए यहां.. 
 
सूर्य एक राशि में एक माह रहते हैं। सूर्य जब अपने पुत्र शनि की राशि मकर में जाते हैं तो वह संक्रांति, मकर संक्रांति कहलाती है। इस दिन से सूर्य उत्तरायण हो जाते हैं। खरमास समाप्त हो जाते हैं। समस्त मांगलिक कार्य आरंभ हो जाते हैं।
 
इसी दिन माता गंगा भगीरथ के पीछे चलकर गंगासागर में मिली थीं। भीष्म पितामह ने इसी दिन अपने शरीर का त्याग किया था। इसी महापर्व पर विष्णु जी ने असुरों की समाप्ति कर युद्ध समाप्ति की घोषणा की थी। 
 
इस वर्ष मकर संक्रांति पौष माह के शुक्ल पक्ष की नवमी को है। 14 को रात्रि में 02 बजकर 10 मिनट पर सूर्य मकर में प्रवेश करेंगे। 15 जनवरी को उदय तिथि पड़ने के कारण मकर संक्रांति 15 को ही मनाई जानी चाहिए। मकर संक्रांति का पुण्य काल 15 जनवरी प्रातःकाल से सूर्यास्त तक रहेगा। पूरे दिन पर्व का शुभ मुहूर्त है।
 
इस दिन प्रातः उठकर पवित्र नदी में स्नान करके भगवान भास्कर को जल अर्पित कीजिए। श्री आदित्यहृदयस्तोत्र का 3 बार पाठ कीजिए। इस दिन गुरु गोरखनाथ जी को खिचड़ी चढ़ाई जाती है। हर घरों में खिचड़ी बनाई जाती है तथा लोग खिचड़ी ही खाते हैं। तिल के लड्डू का प्रयोग भी होता है।
 
इस महापर्व पर दान का बहुत महत्व है। गरीबों में ऊनी वस्त्र का दान करें। कंबल का वितरण करें। जगह-जगह गरीब जनों को खिचड़ी खिलाएं।इस दिन दान करने से सूर्य तथा शनि दोनों का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
 
मकर संक्रांति के दिन भगवान भास्कर अपने पुत्र शनि के घर में जाते हैं। यह एक महान पुण्य प्राप्ति का अवसर है। इस दिन सूर्य तथा शनि दोनों की पूजा करने से एक साथ दोनों ग्रहों का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

मकर संक्रांति मुहूर्त 2019
 
पुण्य काल का मुहूर्त : 07:19 बजे से 12:30 बजे तक
अवधि :  5 घंटे 11 मिनट
संक्रांति क्षण :  20:05, 14 जनवरी 2019
महा पुण्यकाल का मुहूर्त :  07:19 बजे से 09:03 बजे तक
अवधि : 1 घंटा 43 मिनट
 

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