15 जनवरी को मनाएंगे मकर संक्रांति पर्व, जानें 12 राशियों का फल

मकर संक्रांति पर 12 राशियों का संक्रांति फल

पं. हेमन्त रिछारिया
makar sankranti 2024 : नववर्ष 2024 में मकर संक्रांति का पर्व 15 जनवरी दिन सोमवार को मनाया जाएगा। सूर्य के राशि परिवर्तन अर्थात गोचर को शास्त्रानुसार संक्रांति कहा जाता है। सूर्य का यह गोचर प्रतिमाह होता है, जब गोचरवश सूर्य मकर राशि में प्रवेश करते हैं तब मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाता है। विक्रम संवत 2080, ईसवी वर्ष 2024 में सूर्य 14-15 जनवरी की मध्य रात्रि 2 बजकर 32 मि. दिन सोमवार को मकर राशि में प्रवेश करेंगे। अत: वर्ष 2024 में मकर संक्रांति का पर्व 15 जनवरी को मनाया जाएगा। इसका विशेष पुण्यकाल सायंकाल 5 बजकर 23 मिनिट तक रहेगा। Makar sankranti kab hai
 
वाहन वस्त्रादि- इस वर्ष संक्रांति का वाहन अश्व (घोड़ा) होगा तथा उपवाहन सिंह होगा। इस वर्ष संक्रांति काले वस्त्र व नील कंचुकी, दूर्वापुष्प व गुंजा भूषण धारण किए हुए कुन्तायुध व पत्रपात्र हाथ में लिए चित्रान्न भक्षण करते हुए दक्षिण दिशा की ओर जाति हुई होगी। इस वर्ष संक्रांति स्वेद लेपन किए हुए व विप्र जाति की एवं वृद्धावस्थायुक्त होगी।
 
शंका समाधान- कुछ पंचांगों एवं विद्वानों के अनुसार संक्रांति पर्व 14 जनवरी को होना बताया जा रहा है जिससे जनसामान्य में भ्रम की स्थिति को दृष्टिगत रखते हुए हम यहां कुछ तथ्य स्पष्ट कर रहे हैं जिससे जनमानस को मकर-संक्रांति पर्व का निर्णय लेने में सुगमता होगी।
 
सूर्योदयकालीन तिथि की ग्राह्यता-
हमारे शास्त्रों में जिन व्रतों व पर्वों में दिन में पूजा, व्रत, स्नान व अनुष्ठान होता है उनमें सदैव सूर्योदयकालीन तिथि ही ग्राह्य होती है। 14 व 15 जनवरी को पंचांग अनुसार सूर्योदय का समय 7 बजकर 31 मि. पर है। जबकि सूर्य का मकर राशि में प्रवेश 14 जनवरी की मध्यरात्रि 2 बजकर 32 मि. पर होगा। अत: सूर्योदय के समय सूर्य मकर राशि में 15 जनवरी को होंगे।
 
14 जनवरी की मान्यता क्यों?
पंचांग के अनुसार सूर्य का मकर राशि में प्रवेश 14 जनवरी की मध्यरात्रि 2 बजकर 32 मि. पर होगा। इस आधार ईसवी कैलेण्डर के अनुसार रात्रि 12 बजे से 15 जनवरी होगी किन्तु ज्योतिष शास्त्र व पंचांग की गणना सूर्योदय से अगले सूर्योदय 1 दिन (अहोरात्र) की होती है। अत: पंचांग के सिद्धान्त अनुसार 14 जनवरी को प्रात: 7 बजकर 03 (सूर्योदयकाल) से 15 जनवरी को 7 बजकर 03 मि. (सूर्योदय) काल तक एक ही दिन माना जाएगा एवं 15 जनवरी को सूर्योदयकालीन सूर्य के मकर राशिगत होने से पंचांग अनुसार 14 जनवरी को अहोरात्र की संज्ञा देते हुए कुछ पंचांग व विद्वान 14 जनवरी को मकर संक्रांति होने का निर्णय दे रहे हैं जो मूलत: पंचांग आधारित है, ईसवी कैलेण्डर के अनुसार "मकर-संक्रांति" का पर्व 15 जनवरी 2024 को ही मनाया जाना शास्त्रसम्मत है।
makar sankranti rashifal 2024
12 राशियों का संक्रांति फ़ल:-
 
1. मेष- लाभ 
2. वृष- इष्ट सिद्धि की प्राप्ति
3. मिथुन-धर्मलाभ 
4. कर्क-कष्ट 
5. सिंह-यश प्राप्ति
6. कन्या-भय 
7. तुला-ज्ञान प्राप्ति व समृद्धि
8. वृश्चिक-कलह व मानसिक चिन्ता
9. धनु-लाभ
10. मकर-शान्ति व संतोष प्राप्ति
11. कुम्भ- धनलाभ
12. मीन-हानि
 
स्नान/दान- मकर संक्रांति के अशुभ फलों के शमन एवं शुभफलों में वृद्धि हेतु श्रद्धालुओं को पवित्र नदी में तिल का उबटन लगाकर स्नान करना एवं तिल से बनी चीजों का दान एवं ज़रूरतमन्दों में कम्बल दान करना श्रेयस्कर रहेगा।
 
-ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया
प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केन्द्र
सम्पर्क: astropoint_hbd@yahoo.com

सम्बंधित जानकारी

Show comments

Vasumati Yog: कुंडली में है यदि वसुमति योग तो धनवान बनने से कोई नहीं रोक सकता

Parshuram jayanti 2024 : भगवान परशुराम जयंती पर कैसे करें उनकी पूजा?

मांगलिक लड़की या लड़के का विवाह गैर मांगलिक से कैसे करें?

Parshuram jayanti 2024 : भगवान परशुराम का श्रीकृष्ण से क्या है कनेक्शन?

Akshaya-tritiya 2024: अक्षय तृतीया के दिन क्या करते हैं?

Aaj Ka Rashifal: पारिवारिक सहयोग और सुख-शांति भरा रहेगा 08 मई का दिन, पढ़ें 12 राशियां

vaishkh amavasya 2024: वैशाख अमावस्या पर कर लें मात्र 3 उपाय, मां लक्ष्मी हो जाएंगी प्रसन्न

08 मई 2024 : आपका जन्मदिन

08 मई 2024, बुधवार के शुभ मुहूर्त

Akshaya tritiya : अक्षय तृतीया का है खास महत्व, जानें 6 महत्वपूर्ण बातें

अगला लेख