मंगल ग्रह मंदिर में क्यों मिलती है गुड़ की जलेबी?

अमलनेर के मंगल ग्रह मंदिर में महाप्रसाद के साथ मिलती है गुड़ की जलेबी

Webdunia
शनिवार, 22 अप्रैल 2023 (10:16 IST)
Mangal Grah Mandir Amalner : महाराष्ट्र के अमलनेर में मंगल ग्रह का प्राचीन मंदिर है जहां पर प्रति मंगलवार को हजारों की संख्या में भक्त लोग मंगल दोष की शांति कराने के लिए आते हैं। यहां पर भक्तों के लिए कई तरह की सुविधाएं मंगल ग्रह संस्थान द्वारा उपलब्ध कराई जाती है। उन्हीं सुविधाओं में से एक है बहुत ही सस्ते दाम पर उत्तम भोजन कराना। इस भोजन में गुड़ की जलेबी देने का खास महत्व है।
 
यहां भक्तों के लिए जो भोजन मिलता है वह बहुत ही स्वादिष्ट भोजन है, जो मात्र 54 रुपए में प्राप्त होता है। 54 इसलिए क्योंकि 9 अंक मंगल देव का अंक माना जाता है। मात्र 54 रुपए में आपको भरपेट दिए जा रहे भोजन में गुड़ की जलेबी, दाल, चावल, बैंगन की सब्जी और बट्टी आदि मिलता है। यहां का भोजन प्रसाद शुद्ध घी में बनाया जाता है।
यहां जो गुड़ की जलेबी मिलती है वह शुद्ध घी में बनाई जाती है और वह बहुत ही स्वादिष्ट है। यह जलेबी आपको यहां पर 12 माह ही मिलेगी। कहा जाता है कि मंगल देव को मीठा भोजन पसंद है इसलिए यहां पर प्रसाद के रूप में सभी भक्तों को गुड़ की जलेबी दी जाती है। इसे मंगल का दान भी माना जाता है।
 
भोजन करने के लिए बैठने की भी उचित व्यवस्था की गई है। कुर्सी-टेबल पर बैठकर आप आराम से भोजन कर सकते हैं, लेकिन यदि आप भूमि पर बैठकर भोजन करना चाहते हैं तो उसके लिए भी अलग से व्यवस्था की गई है।

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

Chhath Puja katha: छठ पूजा की 4 पौराणिक कथाएं

शुक्र के धनु में गोचर से 4 राशियों को मिलेगा धनलाभ

कौन हैं छठी मैया? जानिए भगवान कार्तिकेय से क्या है संबंध?

छठी मैया के पूजन में मूली से लेकर कद्दू तक, जरूर शामिल की जाती हैं ये सब्जियां

महाभारत में कर्ण और कुंती ने की थी छठ पूजा, जानिए छठ पूजा का इतिहास और महत्व

सभी देखें

धर्म संसार

07 नवंबर 2024 : आपका जन्मदिन

07 नवंबर 2024, गुरुवार के शुभ मुहूर्त

4 राजयोग में मनेगी छठ पूजा: 07 नवंबर की पूजा के मुहूर्त, छठी मैया पूजन की सामग्री, सूर्य पूजा विधि, आरती मंत्रों सहित

Tulsi Vivah vidhi: देव उठनी एकादशी पर तुलसी विवाह की संपूर्ण विधि

शुक्र के धनु राशि में गोचर से 4 राशियों को होगा जबरदस्त फायदा

अगला लेख