उत्तराखंड में इन जगहों पर दिखाई देता है तारों से भरपूर आसमान का अद्भुत नज़ारा

ये आकाशीय नज़ारा देखकर नहीं कर पाएंगें खुद की आंखों पर यकीन

WD Feature Desk
Stargazing in Uttarakhand

अगर आप उत्तराखंड जा रहे हैं और प्रकृति प्रेमी होने के साथ कुदरत के विभिन्न रूपों का आनंद लेना पसंद करते हैं तो आज हम आपको उत्तराखंड के कुछ ऐसी प्लेसेज के बारे में बता रहे हैं जहां से आप खुले आसमान में असंख्य तारों को निहार सकते हैं। शहर के प्रदूषित वातावरण में साफ़ आसमान और तारे नज़र नहीं आते। लेकिन उत्तराखंड की इन जगहों से असंख्य तारों को साफ़ रात में निहार सकते हैं।ALSO READ: भारत में इन जगहों पर घूमने जाने का है मन तो जरूरी है परमिट

मन मोह लेगा रानीखेत का मजखाली
रानीखेत का नाम तो आपने सुना ही होगा। ये क़स्बा राजा हिन्दुस्तानी की शूटिंग के बाद से ही पर्यटकों में खासा लोकप्रिय है। रानीखेत से महज 12 किलोमीटर दूर मजखाली गांव है, जहां का नजारा न सिर्फ आपका दिल जीत लेगा, बल्कि सुकून के पल भी देगा। रात के वक्त यहां आसमान इतना ज्यादा साफ होता है कि तारे टिमटिमाते नजर आते हैं। दरअसल, मजखाली में पॉल्यूशन बिल्कुल भी नहीं है। काफी ज्यादा हरियाली की वजह से आसमान एकदम साफ रहता है, जिसके चलते टिमटिमाते तारे बेहद खूबसूरत नजर आते हैं।

पिथौरागढ़ का मुनस्यारी है बेहद खास
पिथौरागढ़ से करीब पांच घंटे की दूरी पर मौजूद मुनस्यारी को हिमनगरी के नाम से भी जाना जाता है। यहां भी रात के वक्त तारों से भरा आसमान इतना खूबसूरत लगता है कि इसे देखने के खातिर आप हर चीज भूलने के लिए तैयार हो जाएंगे। जानकारों की मानें तो उत्तराखंड के इस पॉइंट को तारों भरा आसमान देखने के लिए सबसे बेहतरीन जगह बताया गया है। रात के वक्त यहां टिमटिमाते तारों को देखकर लगता है कि वे आपस में बात कर रहे हैं।

कमाल है उखीमठ का देवरिया ताल
उखीमठ शहर से करीब सात किलोमीटर दूर देवरिया ताल है। यह जगह समुद्र तल से करीब 2500 मीटर की ऊंचाई पर है, जिसके चलते यहां पहुंचने में थोड़ी मशक्कत करनी पड़ती है। हालांकि, रात के वक्त यहां का नजारा इतना खूबसूरत होता है कि लोग खुशी-खुशी रास्ते की मुश्किलें झेलने के लिए तैयार हो जाते हैं। दरअसल, यहां का दिलकश नजारा सारी थकान खुद-ब-खुद खत्म कर देता है।

बेहद शानदार है कुआरी दर्रा
पांच नदियों का घर देखना चाहते हैं तो आपको कुआरी दर्रा ज़रूर जाना चाहिए। यह एक ऐसा स्पॉट है, जहां सूरज और चांद को एक साथ देखा जा सकता है। अगर आप अमावस्या के दिया या चांद के अस्त होने के बाद यहां आते हैं तो आकाशगंगाओं को भी देख सकते हैं।

मसूरी की जॉर्ज एवरेस्ट पीक है बेमिसाल
मसूरी से करीब छह किलोमीटर दूर मौजूद जॉर्ज एवरेस्ट पीक तारों से भरा आसमान निहारने की चाह रखने वालों के लिए आदर्श जगह है। अमावस्या की रात जब छंद नहीं होता आप यहां आकाशगंगा का भी दीदार कर सकते हैं। खास बात यह है कि जॉर्ज एवरेस्ट पीक पर हमेशा आसमान एकदम साफ और तारों से भरा नजर आता है।

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