इंदौर। मध्यप्रदेश में सत्तारूढ़ दल की अंदरूनी रार बाहर आ गई, जब निवर्तमान भाजपा विधायक सुदर्शन गुप्ता ने अपनी ही पार्टी के वरिष्ठ नेता विष्णुप्रसाद शुक्ला को कथित तौर पर 'हिस्ट्रीशीटर' बता दिया। इस संबोधन को लेकर आग-बबूला शुक्ला ने गुप्ता के खिलाफ सरेआम कड़ी प्रतिक्रिया दी।
शुक्ला ने शुक्रवार को यहां संवाददाताओं से कहा कि अगर फिलहाल विधानसभा चुनाव नहीं होते और गुप्ता मेरे खिलाफ इस तरह की गलत बात बोलते, तो मैं (घूंसा मारकर) उनके दांत गिरा देता। 'बड़े भैया' के नाम से मशहूर भाजपा नेता शुक्ला ने कहा कि चूंकि आसन्न विधानसभा चुनावों में गुप्ता मेरी पार्टी भाजपा के उम्मीदवार हैं और उनके सामने मेरा बेटा चुनाव लड़ रहा है, लिहाजा मैं इस स्थिति में अभी शांत रहना ही बेहतर समझता हूं।
गुप्ता, शहर के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक-1 से भाजपा विधायक होने के साथ पार्टी की प्रदेश इकाई के उपाध्यक्ष भी हैं। भाजपा ने 28 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनावों में उन्हें बतौर उम्मीदवार फिर चुनावी मैदान में उतारा है। इस सीट पर कांग्रेस की ओर से संजय शुक्ला को टिकट दिया गया है, जो भाजपा नेता विष्णुप्रसाद शुक्ला के बेटे हैं।
गुप्ता ने एक अखबार के हालिया चुनावी कार्यक्रम के दौरान विष्णुप्रसाद शुक्ला को कथित तौर पर कि 'हिस्ट्रीशीटर' बताते हुए कहा था कि भाजपा ने उनके चुनावी प्रतिद्वंद्वी के पिता को पिछले चुनावों में 3 बार टिकट देकर गलती की। गुप्ता के बयान को लेकर विवाद बढ़ने पर मामला शांत करने के लिए भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को आगे आना पड़ा।
विजयवर्गीय ने कहा कि उत्तेजना में गुप्ता के मुंह से 'बड़े भैया' (शुक्ला) के लिए गलत शब्द निकल गए थे। 'बड़े भैया' भाजपा के वरिष्ठ नेता हैं। कांग्रेस के पूर्ववर्ती शासनकाल में उनके खिलाफ झूठे मामले दर्ज कराए गए थे। जहां तक मैं जानता हूं, उन्होंने अपने जीवन में किसी को एक थप्पड़ भी नहीं मारा है।
शुक्ला को लेकर विवादास्पद बयान के बारे में पूछे जाने पर गुप्ता ने कहा कि इस मामले में हमारी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव पहले ही बयान दे चुके हैं। अब मैं इस बारे में कुछ नहीं कहना चाहूंगा। (भाषा)