भोपाल। मध्य प्रदेश में कमलनाथ ही कांग्रेस सरकार का नेतृत्व करेंगे। गुरुवार की देर रात प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में हुई कांग्रेस विधायक दल की बैठक में कमलनाथ के नाम का ऐलान पार्टी के पर्यवेक्षक एके एंटोनी ने किया, जिसको सभी विधायकों ने सर्वसम्मति से अपनी मंजूरी दे दी। इसके बाद पार्टी के पर्यवेक्षक एके एंटोनी मे कमलनाथ के कांग्रेस विधायक दल के नेता चुने जाने की घोषणा कर दी है।
वहीं अब कमलनाथ शुक्रवार) सुबह 10.30 बजे राजभवन जाकर राज्यपाल आनंदी बेन पटेल के सामने कांग्रेस की सरकार का बनाने का दावा पेश करेंगे। शपथग्रहण समारोह 17 दिसंबर को दोपहर डेढ़ बजे होगा। वहीं कमलनाथ के विधायक दल के नेता चुने जाने के बाद उन अटकलें पर भी विराम लग गया कि प्रदेश में मुख्यमंत्री की रेस में ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम भी शामिल है।
भोपाल में वेबदुनिया के प्रतिनिधि ने पहले ही अपनी खबर में बता दिया था कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस की मुख्यमंत्री की रेस में केवल एक ही नाम है, जो प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ का है। इससे पहले गुरुवार को दिनभर चले सियासी उटापटक के बीच ये कयास लगते रहे कि कांग्रेस में मुख्यमंत्री के नाम पर पेंच फंस गया है लेकिन वेबदुनिया ने अपने रीडर्स को इस बात की प्रामाणिक खबर दी कि कमलनाथ ही मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री बनेंगे।
वेबदुनिया ने कमलनाथ के कैबिनेट के सहयोगियों के नाम भी बताए जो कमलनाथ के साथ मंत्री पद की शपथ लेते हुए दिखाई दे सकते हैंं।
वहीं इससे पहले कांग्रेस विधायक दल की बैठक को संबोधित करते हुए कमलनाथ ने कहा कि मुख्यमंत्री का पद मेरे लिए मिल का पत्थर। 13 दिसम्बर को इंदिरा जी छिन्दवाड़ा आई थी, मुझे जनता को सौंपा था और आज भी तेरह दिसंबर है। कमलनाथ ने ज्योतिरादित्य सिंधिया का समर्थन के लिए धन्यवाद दिया। कमलनाथ ने कहा कि कहा कि इनके पिताजी के साथ भी मैंने काम किया इसलिए इनके समर्थन पर खुशी है।