लहार : कांग्रेस के गढ़ में भाजपा का सेंध लगाना बड़ी चुनौती

Webdunia
गुरुवार, 22 नवंबर 2018 (13:09 IST)
लहार (भिंड)। मध्यप्रदेश के भिंड जिले की लहार विधानसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी के लिए सेंध लगा पाना बड़ी चुनौती है। कांग्रेस के डॉ. गोविन्द सिंह यहां 6 बार से विधायक हैं। इस बार भाजपा ने एक बार फिर उनके सामने रसाल सिंह को ही चुनावी मैदान में उतारा है। पिछले चुनाव में भी इन्हीं दोनों के बीच मुख्य मुकाबला था।


डॉ. सिंह का कहना है कि वे पांच वर्ष में एक बार नहीं बल्कि हर रोज चुनाव लड़ने में विश्वास रखते हैं और उनकी यही रणनीति उन्हें जनता के बीच लोकप्रिय बनाए हुए है। डॉ. सिंह पहली बार 1990 में जनता दल से विधायक बने और उसके बाद 1993 से लगातार अब तक कांग्रेस से विधायक बनते आ रहे हैं।

प्रदेश की स्थापना होने के बाद से अब तक लहार विधानसभा सीट पर 13 बार विधानसभा चुनाव हुए और इसमें 9 बार कांग्रेस का कब्जा रहा। 4 बार अन्य दल जीत दर्ज करा पाए। वर्ष 2013 के चुनाव में कांग्रेस को 53 हजार 12 और भाजपा प्रत्याशी को 46 हजार 739 मत मिले थे। इस विधानसभा क्षेत्र में कुल मतदाता 2 लाख 43 हजार 8 हैं, जिनमें से पुरुष मतदाताओं की संख्या एक लाख 33 हजार 897 और महिलाओं की संख्या एक लाख 9 हजार 111 है।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

PAN 2.0 Project : अब बदल जाएगा आपका PAN कार्ड, QR कोड में होगी पूरी कुंडली

तेलंगाना सरकार ने ठुकराया अडाणी का 100 करोड़ का दान, जानिए क्या है पूरा मामला?

Indore : सावधान, सरकारी योजना, स्कीम और सब्सिडी के नाम पर खाली हो सकता है आपका खाता, इंदौर पुलिस की Cyber Advisory

क्‍या एकनाथ शिंदे छोड़ देंगे राजनीति, CM पर सस्पेंस के बीच शिवसेना UBT ने याद दिलाई प्रतिज्ञा

संभल विवाद के बीच भोपाल की जामा मस्जिद को लेकर दावा, BJP सांसद ने शिव मंदिर होने के दिए सबूत

सभी देखें

नवीनतम

संभल में कैसे भड़की हिंसा, DM राजेंद्र पेंसिया ने बताई पूरी सचाई

LIVE: बांग्लादेश में इस्कॉन से जुड़े धर्मगुरु चिन्मय कृष्ण दास प्रभु गिरफ्तार

दुष्कर्म और कई राज्‍यों में की हत्‍या, 1 दर्जन से ज्‍यादा केस दर्ज, आरोपी गुजरात से गिरफ्तार

Pakistan : इमरान के समर्थकों ने इस्लामाबाद की ओर निकाला मार्च, पीटीआई के शीर्ष नेताओं ने जेल में की मुलाकात

Maharashtra का मुख्यमंत्री चुनने में महायुति को आखिर क्यों हो रही है इतनी देरी

अगला लेख