नागपंचमी : नागदेव की पूजा करें तो यह मंत्र पढ़ें

Webdunia
पौराणिक धर्मग्रंथों के अनुसार प्रतिवर्ष श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी को नाग पूजा का विधान है। इस दिन को नाग पंचमी के नाम से जाना जाता है। इस व्रत के साथ एक बार भोजन करने का नियम है। इस दिन गैस या चूल्हे की आंच पर तवा रखना और साग-भाजी को काटना वर्जित माना जाता है। भविष्‍य पुराण के अनुसार नाग पंचमी के दिन निम्नलिखित मंत्रों का उच्चारण कर पूजन करना शुभ फलदायक है। 

ALSO READ: नागपंचमी की प्रचलित, प्रामाणिक व पौराणिक 2 कथाएं...
 
नागपंचमी पर नाग पूजन के मंत्र :- 
 
मंत्र 1 : * ॐ भुजंगेशाय विद्महे, 
सर्पराजाय धीमहि, 
तन्नो नाग: प्रचोदयात्।। 
 
मंत्र 2 : 'सर्वे नागा: प्रीयन्तां मे ये केचित् पृथ्वीतले।
ये च हेलिमरीचिस्था ये न्तरे दिवि संस्थिता:।। 
ये नदीषु महानागा ये सरस्वतिगामिन:। 
ये च वापीतडागेषु तेषु सर्वेषु वै नम:।।' 
 
अर्थात् - संपूर्ण आकाश, पृथ्वी, स्वर्ग, सरोवर-तालाबों, नल-कूप, सूर्य किरणें आदि जहां-जहां भी नाग देवता विराजमान है। वे सभी हमारे दुखों को दूर कर हमें सुख-शांतिपूर्वक जीवन दें। उन सभी को हमारी ओर से बारम्बार प्रणाम है...। 

ALSO READ: नागपंचमी की सबसे प्राचीन कथा : जब नागदेव बने भाई

ALSO READ: इस शिव गायत्री मंत्र से करें नागपंचमी का पवि‍त्र पूजन


 
Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

दुनिया में कितने मुस्लिम इस्लाम धर्म छोड़ रहे हैं?

ज्येष्ठ माह के 4 खास उपाय और उनके फायदे

नास्त्रेदमस ने हिंदू धर्म के बारे में क्या भविष्यवाणी की थी?

भारत ने 7 जून तक नहीं किया पाकिस्तान का पूरा इलाज तो बढ़ सकती है मुश्‍किलें

क्या जून में भारत पर हमला करेगा पाकिस्तान, क्या कहते हैं ग्रह नक्षत्र

सभी देखें

धर्म संसार

Aaj Ka Rashifal: जानें 12 राशियों के लिए कैसा रहेगा 30 मई का दिन (पढ़ें अपनी राशि)

POK कब बनेगा भारत का हिस्सा, जानिए सटीक भविष्यवाणी

30 मई 2025 : आपका जन्मदिन

30 मई 2025, शुक्रवार के शुभ मुहूर्त

इस चमत्कारी मंदिर में शकर चढ़ाने से ठीक हो जाती है डायबिटीज, भक्तों की लगती है कतार

अगला लेख