यूपीएससी की परीक्षा आगे बढ़ाने से सुप्रीम कोर्ट का इंकार

Webdunia
सोमवार, 25 अगस्त 2014 (18:10 IST)
FILE
नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने आगामी रविवार को होने जा रही संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा पर रोक लगाने से शनिवार को इंकार कर दिया।

न्यायालय ने कहा कि कॉम्प्रीहेंशन के हिस्से को लेकर छात्रों के ऐतराज का मसला पहले ही सुलझाया जा चुका है और जब 9 लाख छात्र परीक्षा में शामिल होने जा रहे हों तो आखिरी समय में परीक्षा पर रोक नहीं लगाई जा सकती।

शनिवार के दिन कार्यदिवस न होने के बावजूद इस मामले में विशेष सुनवाई करते हुए न्यायमूर्ति जेएस खेहर और न्यायमूर्ति अरुण मिश्रा की पीठ ने प्रारंभिक परीक्षा पर रोक लगाने की अर्जी खारिज कर दी।

पीठ ने पूरे मामले को करीब आधे घंटे तक सुना, पर याचिकाकर्ता की इस दलील से सहमत नहीं हुई कि परीक्षा की मौजूदा प्रणाली विज्ञान पृष्ठभूमि के छात्रों को अनुचित फायदा दिलाती है।

न्यायालय ने कहा कि आपने सिर्फ कॉम्प्रीहेंशन के हिस्से की तरफ इशारा किया जबकि उसे हटाया जा चुका है। बीमारी का इलाज तो किया जा चुका है। पीठ ने यूपीएससी के उस फैसले की ओर इशारा करते हुए यह बात कही जिसमें परीक्षार्थियों से कहा गया है कि वे 24 अगस्त को होने जा रही सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा के दूसरे प्रश्नपत्र ‘सीसैट’ में अंग्रेजी कॉम्प्रीहेंशन के सवालों के जवाब न दें, क्योंकि उनके अंक मेरिट में नहीं जोड़े जाएंगे। (भाषा)

Show comments

Reels पर तकरार, क्यों लोगों में बढ़ रहा है हर जगह वीडियो बनाने का बुखार?

क्या है 3F का संकट, ऐसा कहकर किस पर निशाना साधा विदेश मंत्री जयशंकर ने

कौन हैं स्‍वाति मालीवाल, कैसे आप पार्टी के लिए बनी मुसीबत, पिता पर लगाए थे यौन शौषण के आरोप?

रायबरेली में सोनिया गांधी की भावुक अपील, आपको अपना बेटा सौंप रही हूं

कांग्रेस, सपा सत्ता में आई तो राम मंदिर पर बुलडोजर चलाएंगी

Lok Sabha Elections : मतदान के आंकड़े 48 घंटे के भीतर जारी करने की मांग, Supreme Court ने चुनाव आयोग से मांगा जवाब

प्रधानमंत्री मोदी लोकतंत्र खत्म करना चाहते हैं : अरविंद केजरीवाल

कांग्रेस का माओवादी घोषणा पत्र लागू हुआ तो भारत दिवालिया हो जाएगा : प्रधानमंत्री मोदी

बिभव ने स्वाति मालीवाल के खिलाफ दर्ज कराई शिकायत, लगाया यह आरोप...

वैवाहिक बलात्कार : नए कानून को लेकर याचिका पर SC ने केंद्र से मांगा जवाब