देहरादून। 26 मई को भी केदारनाथ धाम में 4 श्रद्धालुओं की मौत हो गई है। यमुनोत्री धाम में भी तीन यात्रियों ने दम तोड़ दिया। अब तक कुल मिलाकर चारधाम यात्रा के दौरान 82 तीर्थयात्री प्राण गंवा चुके हैं। गुरुवार को केदारनाथ और यमुनोत्री धाम में हुई सभी 7 मौतों का कारण इन मृतकों की बीमारियों को बताया गया है।
चारों धामों में हुई मौतों की बात करें तो केदारनाथ धाम में गुरुवार तक 42 श्रद्धालुओं की मौत हुई है। यमुनोत्री धाम में 23 श्रद्धालुओं की मौत हुई है। बद्रीनाथ धाम में भी 13 यात्रियों ने जान गंवाई है। गंगोत्री धाम में 4 श्रद्धालुओं की मौत हुई है।
रुद्रप्रयाग मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ बीके शुक्ला ने बताया कि तीर्थयात्रियों को सलाह दिए जाने के बाद भी वे अपने स्वास्थ्य के प्रति चिंतित नहीं दिखाई दे रहे हैं। यात्रा के दौरान श्रद्धालु श्रद्धा भाव से भूखे पेट यात्रा कर रहे हैं, जबकि जो बीमार यात्री हैं, वे सही समय दवाइयां नहीं ले रहे हैं और उनका स्वास्थ्य खराब हो रहा है।
केदार यात्रा मार्ग पर गुरुवार को 1,619 श्रद्धालुओं का स्वास्थ्य परीक्षण और उपचार कराया किया गया। इसमें 1,187 पुरुष और 432 महिलाएं शामिल हैं। अब तक ओपीडी के माध्यम से 38,706 श्रद्धालुओं का स्वास्थ्य परीक्षण एवं उपचार किया गया है।
अब तक 844 यात्रियों को ऑक्सीजन उपलब्ध कराई गई है। गुरुवार तक 10 लाख 90 हज़ार 535 से अधिक श्रद्धालु चार धाम पहुंच चुके हैं। यात्रा शुरू होने के एक पखवाड़े तक जहां केदारनाथ में सर्वाधिक यात्री दर्शनों को पहुंच रहे थे वहीं अब बद्रीनाथ के दर्शनों को पहुंचने वालों की संख्या बढ़ गई है।
अगले एक हफ्ते तक चारों धामों के दर्शनों के लिए पंजीकरण फुल हो गए हैं। पुलिस ने यात्रियों से एक हफ्ते तक यात्रा के लिए स्लॉट उपलब्ध न होने से एक हफ्ते बाद ही पंजीकरण करने की अपील की है।