देश में NRC पर हो रहे बड़े और हिंसक विरोध प्रदर्शन के बाद अब नरेंद्र मोदी सरकार पूरी बैकफुट पर दिखाई दे रही है। संसद में बड़े जोर शोर के साथ NRC लाने का एलान करने वाले गृहमंत्री अमित शाह ने अब इस पर चर्चा तक नहीं होने के बात कही है। एक इंटरव्यू में अमित शाह ने कहा पूरे देश में एनआरसी लाने जैसी अभी कोई चर्चा भी नहीं है और न हीं इस पर कोई काम हो रहा है। उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी के NRC पर दिए बयान को सही बताते हुए कहा कि पूरे देश में एनआरसी को लागू करना अभी विचार में भी नहीं है इसलिए इस पर चर्चा करने की कोई जरूरत भी नहीं है।
गृहमंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी की बात को सही ठहराते हुए कह कि पीएम मोदी ने ठीक कहा है कि पूरे देश में एनआरसी लागू करने के मुद्दे पर अब तक कैबिनेट में भी कोई चर्चा नहीं हुई और न ही संसद में इस लाया गया है। हलांकि अमित शाह ने यह माना कि भाजपा के घोषणा पत्र में NRC का जिक्र है लेकिन उन्होंने NRC से NPR से जोड़ जाने को गलत बताते हुए कहा कि NRC को चोरी छुपे नहीं लाया जा सकता।
पीएम मोदी भी बैकफुट पर – इससे पहले रविवार को दिल्ली में रामलीला मैदान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने NRC पर विपक्ष के झूठ फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा था कि अभी एनआरसी पर कुछ भी हुआ है। पीएम ने विपक्ष को इस मुद्दे लोगों को भ्रमित करने का आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी सरकार में आज तक कभी एनआरसी पर चर्चा तक नहीं हुई, उन्होंने CAA को NRC से बिल्कुल अलग बताया था। पीएम ने कहा विपक्ष इस बात का झूठ फैला रहा है कि वह अधिकारी छीनने वाला कानून बना रहे है।
शाह ने कैसे मारी पलटी – संसद में नागरिकता संशोधन बिल पर चर्चा करते हुए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि NRC जल्द ही आने वाला है और इसको पूरे देश में लागू किया जाएगा। इतना ही नहीं अमित शाह ने विपक्ष के सदस्यों को जवाब देते हुए कहा कि मान लीजिए कि NRC बस अब आने वाला ही है और खुद NRC के बारे में पूरे देश को बताएंगे। गृहमंत्री अमित शाह ने कहा था कि NRC की प्रक्रिया देश भर में होगी और इसमें किसी भी धर्म के लोगों को डरने की जरूरत नहीं है।