Air India plane crash case : लंबी दूरी की उड़ानों के लिए उपयोगी माने जाने वाले बोइंग के ड्रीमलाइनर विमानों ने 14 वर्ष पहले उड़ान भरी थी और फिलहाल 1,100 से अधिक ऐसे विमानों का संचालन किया जा रहा है। बृहस्पतिवार को एयर इंडिया का विमान दुर्घटनाग्रस्त होने से उसमें सवार 241 लोगों की जान चली गई। यह पहली बार है कि सबसे अधिक बिकने वाले बड़े आकार के ड्रीमलाइनर (बोइंग 787) के दुर्घटनाग्रस्त होने से लोगों की जान गई और खुद विमान का ढांचा भी नष्ट हो गया। यह 41,000 घंटों से अधिक समय उड़ान भर चुका था और लगभग 8,000 बार उड़ान भरी व लैंडिंग की थी।
विमानों का विश्लेषण करने वाली कंपनी सिरियम के अनुसार, दुर्घटनाग्रस्त हुआ बोइंग 787-8 विमान (वीटी-एएनबी) 11.5 वर्ष पुराना था और 41,000 घंटों से अधिक उड़ान भर चुका था। कंपनी ने कहा कि दुनियाभर में बोइंग 787 के 1,148 विमान सेवा में हैं, जिनकी औसत आयु 7.5 वर्ष है।
भारतीय विमानन कंपनियां और 787 : फिलहाल एयर इंडिया और इंडिगो दो भारतीय एयरलाइंस हैं जो बी787 विमानों का संचालन कर रही हैं। एयर इंडिया के बेड़े में 34 बी787 में से 27 बी787-8 पुराने विमान हैं। जुलाई में पुराने बी787-8 में से पहले विमान को रेट्रोफिट के लिए भेजा जाएगा। पिछले साल विस्तारा के साथ विलय के बाद शेष सात बी 787-9 विमान एयर इंडिया के बेड़े में शामिल हुए।
एक अधिकारी के अनुसार, अहमदाबाद दुर्घटना विश्व स्तर पर पहली दुर्घटना है, जिसमें किसी बी787 विमान का ढांचा क्षतिग्रस्त हुआ है। सिरियम ने बृहस्पतिवार को कहा कि विमान ने 14 दिसंबर 2013 को अपनी पहली उड़ान भरी थी। विमान 28 जनवरी 2014 को एयर इंडिया को सौंपा गया था और यह 11.5 वर्ष पुराना था।
सिरियम ने कहा, विमान में 18 बिजनेस क्लास सीट और 238 इकॉनोमी क्लास सीट थीं। यह 41,000 घंटों से अधिक समय उड़ान भर चुका था और लगभग 8,000 बार उड़ान भरी व लैंडिंग की थी। पिछले 12 महीनों में विमान ने 700 बार उड़ान भरी थी। इस विमान के निर्माण वर्ष और आयु के हिसाब से इतनी उड़ान औसत हैं।
सीरियम के अनुसार, अपने बेड़े और विदेशी नेटवर्क का विस्तार कर रही एयर इंडिया ने 20 अतिरिक्त बी787 विमानों का ऑर्डर दिया है तथा 24 अतिरिक्त विमानों को बदलने के लिए आशय पत्र भी भेजा है। हाल ही में इंडिगो ने नॉर्वे की एयरलाइन नॉर्स अटलांटिक से लीज पर लिए गए बी787 का परिचालन शुरू किया है। इंडिगो लंबी दूरी के परिचालन के लिए ऐसे कुल छह विमान पट्टे पर लेने वाली है।
विपरीत परिस्थितियां : कुछ वर्ष पहले, अमेरिकी विमानन नियामक संघीय विमानन प्रशासन (एफएए) ने कुछ मुद्दों के कारण ड्रीमलाइनर विमानों की आपूर्ति रोक दी थी, लेकिन बृहस्पतिवार के हादसे से पहले तक इस विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने से किसी की जान नहीं गई थी।
जहां तक भारत की बात है तो एयर इंडिया को 2013 में ड्रीमलाइनर्स में बैटरी संबंधी समस्या के कारण परेशानी हुई थी। बैटरी की समस्या के कारण तत्कालीन सरकारी स्वामित्व वाली एयर इंडिया को भी अपने ड्रीमलाइनर बेड़े को कुछ समय के लिए रोकना पड़ा था। उस समय एयरलाइन के पास ऐसे छह विमान थे। इसके अलावा एयरलाइन को इन मुद्दों के लिए बोइंग से मुआवजा भी मिला था।
सबसे अधिक बिकने वाला बड़े आकार का विमान : हाल के वर्षों में कई चुनौतियों का सामना करने वाली बोइंग के अनुसार बी787 अब तक का सबसे ज्यादा बिकने वाला बड़े आकार का यात्री विमान है। ड्रीमलाइनर तीन मॉडल में आते हैं- 787-8, 787-9 और 787-10। इनमें से 787-8 की रेंज 13,530 किलोमीटर तक है। बोइंग की वेबसाइट के अनुसार, विमान की लंबाई 57 मीटर, ऊंचाई 17 मीटर तथा पंखों का फैलाव 60 मीटर है।
वेबसाइट के अनुसार, ड्रीमलाइनर बेड़े ने 14 वर्षों से भी कम समय में एक अरब से अधिक यात्रियों को यात्रा कराई है, जो विमानन इतिहास में इस प्रकार के किसी भी अन्य विमान की तुलना में अधिक तेज है। वेबसाइट पर कहा गया है, इसकी हल्की और मजबूत संरचना की वजह से दूसरे विमानों की तुलना में 25 प्रतिशत तक ईंधन की बचत होती है। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour