सोने के दाम सारे रिकॉर्ड तोड़कर 1 लाख 20 हज़ार प्रति तोला तक पहुँच रहे हैं।
भाजपा राज में सोने के दामों का बेतहाशा बढ़ने का कारण आम जनता के बीच सोने की माँग बढ़ना नहीं है बल्कि इसका कारण महाभ्रष्ट भाजपाइयों की तरल काली कमाई को ठोस में बदलनेवाला स्वर्णीकरण है।
सच्चाई तो ये है… pic.twitter.com/njXEKMMiHj