कोलकाता। बंगाल की खाड़ी में पवित्र गंगा का सागर से मिलन होता है, इसी तरह बंगाल में भाजपा के 'मिलन' अर्थात सत्ता की आस लिए गृहमंत्री अमित शाह बंगाल के दौरे पर पहुंचे। इस दौरान वे गंगासागर भी पहुंचे। उन्होंने ट्वीट कर लिखा- आज सनातन धर्म की आस्था के महातीर्थ गंगासागर में आकार अभिभूत हूं।
अमित शाह ने आगे लिखा- मोक्षदायिनी मां गंगा हिमालय से निकलकर असंख्य जीवनों का उद्धार कर यहां सागर में मिलती हैं। इस पवित्र स्थल से एक अद्भुत ऊर्जा की प्राप्ति होती है और राष्ट्र व समाज की सेवा के लिए नई शक्ति का संचार होता है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि भाजपा आगामी विधानसभा चुनावों के बाद पश्चिम बंगाल में सरकार बनाएगी और ऐसा होने पर गंगा सागर मेले को अंतरराष्ट्रीय पर्यटक सर्किट का हिस्सा बनाया जाएगा।
उन्होंने यहां कपिल मुनि मंदिर में पूजा-अर्चना करने के बाद कहा कि हम यह सुनिश्चित करेंगे कि उत्तरायण मेला (गंगा सागर मेला) अंतरराष्ट्रीय पर्यटक सर्किट का हिस्सा बने। यह स्थान एक बड़ा पर्यटन स्थल बने और इसकी प्रसिद्धि दुनिया भर में फैले।
शाह ने कहा कि उन्हें यहां की सुविधाओं को देखकर दुख होता है क्योंकि हर साल लाखों श्रद्धालु यहां आते हैं। उन्होंने कहा कि जब भाजपा बंगाल में सत्ता में आ जाएगी तो केंद्र सरकार की सभी पर्यटन परियोजनाओं को यहां सफलतापूर्वक लागू किया जाएगा।
शाह ने कहा कि गंगा नदी और बंगाल की खाड़ी के संगम पर स्थित कपिल मुनि मंदिर आध्यात्मिकता और पर्यावरण संरक्षण का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि गंगोत्री से सागर तक गंगा नदी के संरक्षण और सफाई के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में 'नमामि गंगे' कार्यक्रम की शुरुआत की थी, लेकिन यह पश्चिम बंगाल पहुंचने पर अटक जाता है।
शाह ने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि राज्य में भाजपा सरकार बनेगी और तब नमामि गंगे परियोजना के जरिए गंगा सागर तक गंगा नदी की सफाई की जाएगी।