केवड़िया। गृहमंत्री अमित शाह ने रविवार को राष्ट्रीय एकता दिवस पर सरकार वल्लभ भाई पटेल को श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि केवड़िया किसी जगह का नाम नहीं है, ये तीर्थ स्थान बन गया है। राष्ट्र की एकता का तीर्थ स्थान, देश भक्ति का तीर्थ स्थल और आज ये आसमान को छूने वाली स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पूरी दुनिया को संदेश दे रही है कि भारत का भविष्य उज्ज्वल है।
अमित शाह ने कहा कि जब देश में 2014 में बदलाव हुआ, मोदी जी के नेतृत्व में सरकार बनी तब 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया। ये इसलिए किया गया कि वर्षों तक आजादी के लिए सरदार पटेल ने जो संघर्ष किया, वो देश की युवा पीढ़ी को प्रेरणा देता रहे।
गृहमंत्री ने कहा कि आज सरदार पटेल की जन्म जयंती है। मैं पूरे देश में करोड़ों देशवासियों को बताना चाहता हूं- 'सदियों में कोई एक सरदार बन पाता है, वो एक सरदार सदियों तक अलख जगाता है'।
शाह ने कहा कि सरदार पटेल जी की दी हुई प्रेरणा ने ही आज देश को एक और अक्षुण्ण रखने का कार्य किया है। आज उनकी प्रेरणा देश को आगे ले जाने में, हमें एकजुट रखने में सफल हुई है
उन्होंने कहा कि हरिवंश राय बच्चन ने सरदार साहब के लिए एक कविता लिखी थी- पटेल देश का निगहबान हैं, पटेल देश की निडर जबान हैं। किसी भी बात को बेबाक तरीके से रखने में जरा भी झिझकते नहीं थें, इसलिए आज जब भारत माता अखंड स्वरूप देख रहे हैं वो केवल और केवल सरदार जी के कर्म का ही नतीजा है।
क्या बोले पीएम मोदी : पीएम मोदी ने भी इस अवसर पर वीडियो संदेश के जरिए देशवासियों को राष्ट्रीय एकता दिवस की शुभकामनाएं दी। कहा कि सरदार पटेल लोगों के दिलों में है। उन्होंने कहा कि हम एक रहेंगे तो ही आगे बढ़ेंगे।