दुनिया का कोई भी महाकुंभ जैसा शक्तिशाली संदेश नहीं देता : अमित शाह

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
गुरुवार, 23 जनवरी 2025 (17:17 IST)
Prayagraj Mahakumbh 2025 : केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बृहस्पतिवार को कहा कि दुनिया में कोई भी अन्य आयोजन सद्भाव एवं एकता के मामले में महाकुंभ जितना शक्तिशाली संदेश नहीं देता, जहां कोई भी व्यक्ति अपनी पहचान की परवाह किए बिना गंगा में स्नान कर सकता है। शाह ने कहा, कुंभ सद्भाव और एकता का संदेश देता है क्योंकि इसमें यह नहीं पूछा जाता आप किस धर्म, संप्रदाय या जाति से हैं। आपको बिना किसी भेदभाव के भोजन मिलता है और स्नान के बाद आप घर वापस जा सकते हैं। शाह ने कहा कि वह स्वयं 27 जनवरी को गंगा में स्नान करने के लिए महाकुंभ जाएंगे।
 
शाह ने यहां गुजरात विश्वविद्यालय परिसर में हिंदू आध्यात्मिक एवं सेवा मेले का उद्घाटन करने के बाद कहा कि प्रयागराज में महाकुंभ का जिस पैमाने पर आयोजन किया गया है, उसे देखकर दुनियाभर के लोग आश्चर्यचकित हैं। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता ने कहा कि विभिन्न देशों के राजदूतों ने उनसे निमंत्रण पत्र के लिए अनुरोध किया था।
ALSO READ: Prayagraj Mahakumbh 2025 : दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन प्रयागराज महाकुंभ, 45 दिन तक 35 करोड़ श्रद्धालुओं के शामिल होने की उम्मीद
शाह ने कहा, मैंने उनसे कहा कि इस विशाल समारोह के लिए कोई औपचारिक निमंत्रण नहीं है, क्योंकि करोड़ों लोग ग्रहों की स्थिति के अनुसार एक विशिष्ट समय पर यहां एकत्रित होते हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात पर विश्वास नहीं हुआ होगा कि बिना किसी निमंत्रण के 40 करोड़ लोग एक स्थान पर एकत्रित हो गए।
 
मंत्री ने कहा कि जब उनसे पूछा गया कि यह आयोजन कौन करता है, तो उन्होंने कहा, मैंने उनसे कहा कि सरकार जो करती है, वह धार्मिक नेताओं, संतों और उनके संगठनों द्वारा वहां जाने वाले लोगों के लिए किए जाने वाले कार्यों की तुलना में बहुत छोटा है।
ALSO READ: अमित शाह मानहानि केस में राहुल गांधी को SC से राहत, ट्रायल कोर्ट की कार्यवाही पर रोक
शाह ने कहा, कुंभ सद्भाव और एकता का संदेश देता है क्योंकि इसमें यह नहीं पूछा जाता आप किस धर्म, संप्रदाय या जाति से हैं। आपको बिना किसी भेदभाव के भोजन मिलता है और स्नान के बाद आप घर वापस जा सकते हैं। दुनिया में कोई भी अन्य आयोजन महाकुंभ की तुलना में सद्भाव और एकता का इतना शक्तिशाली संदेश नहीं देता।
 
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इतनी बड़ी संख्या में तीर्थयात्रियों के एकत्र होने के बावजूद कोई भी होटल में नहीं रहता, क्योंकि सभी को गंगा के किनारे लगे तंबुओं में रहने की सुविधा मिलती है। उन्होंने कहा कि ऐसी व्यवस्थाएं सदियों से होती रही हैं, यहां तक ​​कि मुगल और ब्रिटिश शासन के दौरान भी और जब कांग्रेस सत्ता में थी, तब भी।
ALSO READ: Prayagraj Kumbh 2025: महाकुंभ मेले में जा रहे हैं तो जान लें ये खास जानकारी
उन्होंने गुजरात के लोगों, विशेषकर युवा पीढ़ी से महाकुंभ में आने का आग्रह किया। शाह ने कहा कि वह स्वयं 27 जनवरी को गंगा में स्नान करने के लिए महाकुंभ जाएंगे। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

'अफवाहों पर न दें ध्यान', मुर्शिदाबाद हिंसा को लेकर सामने आया ममता के भतीजे का बयान, BJP पर लगाया बड़ा आरोप

इलेक्ट्रिक वाहन नीति से तैयार होंगी 20000 नौकरियां, जानिए क्‍या है दिल्ली सरकार का प्‍लान

Waqf को लेकर BJP ने ममता बनर्जी पर साधा निशाना, प्रदर्शनों के नाम पर भड़का रहीं हिंदू विरोधी हिंसा

जयराम रमेश का दावा, घट रही है क्रय शक्ति

क्यों भारत के हर शहर में सोने की कीमत होती है अलग, जानिए और समझिए

सभी देखें

नवीनतम

MP : गुना में हनुमान जयंती पर शोभा यात्रा के दौरान पथराव

भारत पर टैरिफ क्या पड़ेगा प्रभाव, भाजपा ने किया खुलासा

ईरान, अमेरिका परमाणु कार्यक्रम पर और बातचीत को हुए सहमत, 19 अप्रैल को होगी अगले दौर की वार्ता

लालकिले ने सुनाई सम्राट विक्रमादित्य की कहानी, रोमांचित हो गए दर्शक, बोले- ऐसा पहले कभी नहीं देखा

'अफवाहों पर न दें ध्यान', मुर्शिदाबाद हिंसा को लेकर सामने आया ममता के भतीजे का बयान, BJP पर लगाया बड़ा आरोप

अगला लेख