मोदी सरकार पर अन्ना हजारे ने लगाया बहानेबाजी का आरोप, महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर आंदोलन का ऐलान

Webdunia
बुधवार, 30 जनवरी 2019 (11:37 IST)
रालेगण सिद्धि। समाजसेवी अन्ना हजारे बुधवार को लोकपाल और लोकायुक्त की नियुक्ति को लेकर फिर हुंकार भरी है। अन्ना हजारे अपने गांव में अनशन करेंगे। कुछ दिन पहले अन्ना ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर लोकायुक्त नियुक्त करने की मांग की थी।
 
अन्ना हजारे ने मोदी सरकार पर लोकपाल कानून को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा। अन्ना ने आंदोलन का ऐलान कर दिया।
 
अन्ना हजारे ने कहा कि कानून बने हुए 5 साल हो गए और नरेंद्र मोदी सरकार बार-बार बहानेबाजी करती है। मोदी सरकार के दिल में अगर होता तो क्या इसमें 5 साल लगना जरूरी था? अन्ना ने कहा कि यह मेरा अनशन किसी व्यक्ति, पक्ष या पार्टी के विरुद्ध नहीं है। समाज और देश की भलाई के लिए बार-बार मैं आंदोलन करता आया हूं, उसी तरह का ये आंदोलन है।
 
अन्ना हजारे ने साफ कह दिया है कि इस बार राजनीतिक दल उनके आंदोलन में शामिल नहीं होंगे। अन्ना ने कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में आरोप लगाया था कि केंद्र सरकार देशवासियों के साथ धोखाधड़ी कर रही है। लोकपाल और लोकायुक्त जैसे महत्वपूर्ण कानून पर अमल नहीं होना और सरकार का बार-बार झूठ बोलना मैं बर्दाश्त नहीं कर सकता। इसलिए महात्मा गांधी की पुण्यतिथि से आंदोलन करूंगा।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

PAN 2.0 Project : अब बदल जाएगा आपका PAN कार्ड, QR कोड में होगी पूरी कुंडली

तेलंगाना सरकार ने ठुकराया अडाणी का 100 करोड़ का दान, जानिए क्या है पूरा मामला?

Indore : सावधान, सरकारी योजना, स्कीम और सब्सिडी के नाम पर खाली हो सकता है आपका खाता, इंदौर पुलिस की Cyber Advisory

क्‍या एकनाथ शिंदे छोड़ देंगे राजनीति, CM पर सस्पेंस के बीच शिवसेना UBT ने याद दिलाई प्रतिज्ञा

संभल विवाद के बीच भोपाल की जामा मस्जिद को लेकर दावा, BJP सांसद ने शिव मंदिर होने के दिए सबूत

सभी देखें

नवीनतम

LIVE: संविधान दिवस पर खास कार्यक्रम शुरू, पीएम मोदी ने संविधान को सिर से लगाया, राष्ट्रपति करेंगी संबोधित

चंडीगढ़ में 2 क्लबों के बाहर धमाके, बाइक सवारों ने फेंके विस्फोटक

ऐसा क्या है 80 करोड़ के इस हेलीकॉप्टर में, हरियाणा सरकार ने क्यों खरीदा यह उड़न खटोला?

लंदन में "फ्रेंड्स ऑफ मध्यप्रदेश" कार्यक्रम में शामिल हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

अडाणी मामले में भारतीय संसद में बवाल, क्या बोला अमेरिकी विदेश मंत्रालय?

अगला लेख