बेंगलुरु। सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने सेना दिवस परेड कार्यक्रम में कहा कि हम एक मजबूत रक्षात्मक रुख अपनाए हुए हैं और वास्तविक नियंत्रण रेखा पर किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं। जवानों को सभी प्रकार के हथियार, उपकरण और सुविधाएं पर्याप्त मात्रा में दी जा रही है।
उन्होंने कहा कि जम्मू और पंजाब के सीमावर्ती इलाकों में ड्रोन के जरिए हथियारों, नशीले पदार्थों की तस्करी की कोशिशें की जा रही हैं, इससे निपटने के लिए ड्रोन जैमर का इस्तेमाल किया जाता है।
जनरल पांडे ने कहा कि नियंत्रण रेखा की पश्चिमी सीमा पर संघर्षविराम जारी है और इसके उल्लंघन के मामलों में कमी आई है। सीमा के दूसरी तरफ आतंकवादी ढांचा बरकरार है। आतंकवाद से निपटने का हमारा तंत्र घुसपैठ की कोशिशें नाकाम कर रहा है।
उन्होंने कहा कि उत्तरी सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति है, स्थापित प्रोटोकॉल एवं मौजूदा तंत्र के माध्यम से शांति बनाए रखने के लिए कदम उठाए गए हैं।
सेना प्रमुख ने कहा कि आत्मनिर्भरता से आधुनिकता हमारा मूलमंत्र होगा। भारतीय रक्षा उद्योग इन चुनौतियों के लिए आगे आ रहा है। हमें मेड इन इंडिया हथियारों, उपकरणों पर भरोसा है। कृत्रिम बुद्धिमत्ता, क्वांटम संचार, मानव रहित प्रणाली, निर्देशित ऊर्जा हथियार जैसी आला तकनीक का स्वदेशीकरण हो रहा है।