बंदूक की नोक पर आर्मी अफसर की गर्लफ्रेंड से किया था गैंगरेप, एक कपल गया था 10 लाख लेने, चार्जशीट में खुलासा

मुश्‍किल था जामगेट गैंगरेप के आरोपियों को पकड़ना, लेकिन तरकीब से चढ़े पुलिस के हत्‍थे

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
शनिवार, 11 जनवरी 2025 (19:13 IST)
इंदौर से सटे महू के जामगेट पर पर पिछले साल सितंबर में आर्मी अफसरों और उनकी गर्लफ्रेंड के साथ हुई शर्मनाक घटना का काला सच अब जाकर चार्जशीट में सामने आया है। यह घटना पिछले साल 10 सितंबर 2024 को जामगेट क्षेत्र में हुई थी। घटना में एक कपल को 10 लाख रुपए लेने के लिए भेजा था, जब कपल नहीं लौटा तो बंधक बनाए गए कपल में से एक युवती के साथ आरोपियों ने गैंगरेप किया था।

बता दें कि जामगेट में जहां यह घटना हुई वहां रात का वक्‍त होने से कोई गवाह नहीं मिला। साथ ही सीसीटीवी नहीं होने से से भी दिक्‍कत हुई, लेकिन पुलिस और आर्मी के अफसरों ने मिलकर एक तरीके से आरोपियों को ढूंढ निकाला। जानते हैं क्‍या है जामगेट गैंगरेप का सच।

पहले गैंगरेप किया : बता दें कि पुलिस ने दिसंबर में इस केस की चार्जशीट कोर्ट में पेश की थी। मामले में एक सुनवाई भी हो चुकी है। चार्जशीट में पुलिस ने दावा किया कि बदमाशों ने आर्मी अफसर की महिला मित्र को बंदूक का डर दिखाकर उसका रेप किया था।

कपल को 10 लाख लेने भेजा : चार्जशीट में सामने आया कि बदमाशों ने दूसरे कपल को एक घंटे में 10 लाख रुपए लाने का अल्टीमेटम दिया था। एक घंटे बाद भी जब कपल नहीं लौटा तो बदमाशों को उसके पुलिस के पास जाने का शक हुआ। पुलिस सुबह 5 बजे घटनास्थल पर पहुंची थी तब तक आर्मी अफसर और पीड़िता पैदल पहाड़ी से नीचे उतर चुके थे।

क्‍या हुआ था उस रात, समझे पूरा घटनाक्रम : रात 2.30 बजे आर्मी अफसरों पर हमला किया महू में यंग ऑफिसर का कोर्स करने आए यूपी के रहने वाले लेफ्टिनेंट संजय कुमार और उदय सिंह (बदले हुए नाम) अपनी दो महिला मित्रों के साथ कार से महू के जाम गेट पर घूमने गए थे। जाम गेट आर्मी की ओल्ड फायरिंग रेंज है। रात 11 बजे चारों महू से रवाना हुए। यहां चारों कार से उतरे और सेल्फी लेने लगे।

हमला किया, मांगे 10 लाख रुपए : ठीक इसी वक्‍त उन्‍हें अकेला और महिला मित्रों के साथ देखकर करीब 7-8 बदमाशों ने दोनों आर्मी अफसरों पर हमला कर दिया। हमले में लाठियों का इस्‍तेमाल किया गया था। दोनों कपल के साथ मारपीट की गई। घटना में दोनों को पैर, पीठ, पेट, हाथ में चोट लगी थी। संजय ने बदमाशों से पूछा कि उन्हें क्या चाहिए तो बोले कि 10 लाख रुपए नगद चाहिए वरना सभी को जान से मार डालेंगे। बदमाश चारों को कार से कुछ दूर ले गए। एक बदमाश के हाथ में पिस्टल थी। सभी बदमाशों के चेहरे खुले हुए थे। बदमाशों ने संजय और उसकी गर्लफ्रेंड को बंधक बनाकर अलग-अलग बैठा दिया। उदय और उसकी गर्लफ्रेंड को 10 लाख रुपए लाने के लिए छोड़ दिया।

कपल नहीं लौटा तो गैंगरेप को दिया अंजाम : पैसों के लिए 1 घंटे इंतजार फिर बंदूक अड़ाकर रेप एक घंटे इंतजार के बाद जब कपल पैसे लेकर नहीं लौटा तो बदमाशों ने आर्मी अफसर संजय की गर्लफ्रेंड को उससे दूर ले गए। पहले उसके साथ मारपीट की, फिर रेप किया। सुबह करीब साढ़े 4 बजे सड़क पर गाड़ियों की लाइट देखकर बदमाश दोनों को मौके पर छोड़कर फरार हो गए। संजय के पर्स में रखे 4 हजार और उसकी गर्लफ्रेंड के पर्स से करीब 8 हजार रुपए लूट ले गए।

इधर उदय और उसकी गर्लफ्रेंड सुबह करीब 4 बजे कार चलाते हुए इंफ्रेंट्री स्कूल महू पहुंचे। उन्होंने अपने सीनियर व आर्मी अधिकारियों को पूरी बात बताई। सीनियर आर्मी अधिकारियों ने कंट्रोल रूम और थाना प्रभारी बडगोंदा को सूचना दी। थाना प्रभारी और आर्मी अफसर बल के साथ सुबह 5 बजे घटना स्थल पर पहुंचे।

तब तक बदमाश जंगल की तरफ भाग चुके थे। संजय और उसकी गर्लफ्रेंड नीचे उतरते हुए अफसरों को मिले। दोनों बुरी तरह से घबराए हुए थे। चारों को मेडिकल परीक्षण के लिए मध्यभारत हॉस्पिटल महू लाया गया। डॉक्टर ने संजय और उदय को एक्स-रे करवाने के लिए कहा मगर दोनों ने मना कर दिया। वहीं महिला मित्र ने भी स्वेच्छा से मेडिकल परीक्षण नहीं करवाया। पीड़ित का मेडिकल परीक्षण हुआ।

ऐसे पकड़ में आए आरोपी : पुलिस की चार्जशीट के मुताबिक आरोपियों की पहचान नहीं हो पा रही थी क्‍योंकि रात का वक्‍त होने से वहां कोई गवाह नहीं था और न ही वहां कोई सीसीटीवी लगा था। ऐसे में पुलिस ने बड़गोंदा थाने में पिछले 10 सालों में पदस्थ टीआई से हिस्ट्री शीटर्स की फोटो मंगाई। इनमें से एक फोटो मुख्य आरोपी अनिल की थी। अनिल को आर्मी अफसरों ने पहचान लिया। गैंगरेप पीड़िता ने भी इसकी पुष्टि की। पुलिस ने 12 सितंबर को अनिल को मानपुर से गिरफ्तार किया। उससे पूछताछ के आधार पर उसके गांव के रहने वाले पवन को भी गिरफ्तार किया। अनिल से पूछताछ में पता चला कि गैंगरेप में रितेश भी शामिल था। कट्‌टा दिखाकर उसी ने धमकाया था। बाद में पुलिस ने रितेश और सबसे आखिरी में संदीप, रोहित सिंह गिरवाल और सचिन मकवाना को एक सरपंच की मदद से पकड़ा।
Edited By: Navin Rangiyal

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