शशि थरूर के तिरुवनंतपुरम स्थित दफ्तर पर हमला, 'पाकिस्तान दफ्तर' लिखा हुआ बोर्ड लगाया

Webdunia
सोमवार, 16 जुलाई 2018 (17:24 IST)
भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने शशि थरूर के हाल में दिए गए 'हिंदू पाकिस्तान' वाले विवादित बयान के विरोध में सोमवार दोपहर तिरुवनंतपुरम स्थित कांग्रेस सांसद शशि थरूर के दफ्तर पर हमला कर दिया। दफ्तर को निशाना बनाते हुए उन्होंने उसके भीतर तोड़फोड़ भी की।


खबरों के मुताबिक, भारतीय युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने तिरुवनंतपुरम स्थित कांग्रेस नेता शशि थरूर के दफ्तर पर हमला कर उसके भीतर तोड़फोड़ की। कार्यकर्ताओं ने दफ्तर के प्रवेश पर काला तेल फेंका और काले झंडे लगा दिए।

इतना ही नहीं गुस्‍सा कार्यकर्ताओं ने वहां पहले लगे हुए बोर्ड को उखाड़कर, उसकी जगह एक नया बोर्ड लगा दिया और इस बोर्ड पर 'थरूर का पाकिस्तान दफ्तर' लिखा हुआ बोर्ड लगा दिया। जब शशि थरूर के दफ्तर पर हमला किया गया, तब वहां न तो थरूर थे और ही कोई और वहां मौजूद था। जब पुलिस मौके पर पहुंची तो सभी प्रदर्शनकारी वहां से भाग गए। पुलिस ने अज्ञात लोगों के समूह के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।

कांग्रेस ने इस हमले की निंदा की है। कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा, क्या यह वही हिन्दुत्व है, जिसे मैं जानता हूं। राज्य के विपक्षी नेता रमेश चेन्निथला ने कहा, यह कायरों का हमला है। इससे भाजपा का असली चेहरा सामने आया है। हालांकि कांग्रेस ने थरूर के 'हिंदू पाकिस्तान' वाले बयान से दूरी बनी ली है, लेकिन पार्टी की केरल यूनिट थरूर के बयान का समर्थन कर रही है। थरूर के इस बयान पर काफी बवाल मचा था।
फोटो सौजन्‍य : एएनआई

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

आतंकियों से खतरा, वैष्णो देवी में नवरात्रों पर सुरक्षा प्रबंध चाक चौबंद का दावा

मोहम्मद यूनुस ने तोड़ा शेख हसीना का सपना

रोज 5 घंटे मोबाइल पर बिता रहे भारतीय, मोबाइल का मायाजाल जकड़ रहा जिंदगी

पुलिस कांस्टेबल का अश्लील वीडियो वायरल, महिला के साथ कार में मना रहा था रंगरैलियां

वित्त वर्ष में शेयर मार्केट ने दिया 5 फीसदी रिटर्न, मार्च में कैसी रही बाजार की चाल?

सभी देखें

नवीनतम

म्यांमार की मदद के लिए भारत ने चलाया 'ऑपरेशन ब्रह्मा', जानिए क्या-क्या भेजा

LIVE: कुणाल कामरा की मुश्किलें बढ़ीं, 3 थानों में दर्ज हुए मामले

मुंबई पुलिस के DCP सुधाकर पठारे की तेलंगाना में सड़क हादसे में मौत

म्यांमार में भूंकप से 1644 की मौत, चारों ओर तबाही का मंजर

म्यांमार में मुश्किलें कम नहीं, भूकंप की त्रासदी से उबरने का संघर्ष, विद्रोहियों से भी जंग

अगला लेख