जनसंख्या पर लगाम लगाने के लिए योगगुरु बाबा रामदेव ने दी बड़ी सलाह...

Webdunia
गुरुवार, 24 जनवरी 2019 (10:31 IST)
नई दिल्ली। योग गुरु बाबा रामदेव ने जनसंख्या नियंत्रण के लिए एक सुझाव दिया है। योगगुरु का कहना है कि ऐसे लोग जिन्हें दो से ज्यादा बच्चे हैं उनके मताधिकार को छीन लेना चाहिए।
 
इतना ही नहीं, ऐसे लोगों के चुनाव लड़ने पर भी प्रतिबंध लगना चाहिए। इसके साथ ही वैसे लोगों को किसी भी सरकारी सरकारी योजना का फायदा नहीं देना चाहिए। सरकारी स्कूलों में सरकारी नौकरी के लिए दिए गए आवेदनों को खारिज कर देना चाहिए।
 
रामदेव ने कहा कि इस देश की असली समस्या बढ़ रही जनसंख्या है। जनसंख्या के कारण संसाधनों पर आवश्यकता से अधिक दबाव है।

बाबा रामदेव ने कहा कि इस विषय पर सख्ती से कानून को अमल में लाने की आवश्यकता है। अगर उनके द्वारा सुझाए गए उपायों पर अमल किया गया तो निश्चित तौर पर जनसंख्या पर लगाम लगाने में सहायता मिलेगी।
 
गौरतलब है कि जनसंख्या के मामले में चीन के बाद भारत दुनिया में दूसरे नंबर पर है। देश की आजादी के समय जन्म दर और मृत्यु दर दोनों अधिक थी।

इसका असर था कि नेट जनसंख्या बढ़ोतरी पर ज्यादा असर नहीं दिखता था। स्वतंत्रता के बाद स्वास्थ्य सुविधाओं के बेहतर होने से मृत्यु दर में कमी आई और जिसका असर जनसंख्या बढ़ोतरी में देखा गया।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

WhatsApp, Telegram और Snapchat पर देती थी खुफिया जानकारी, पाकिस्तान के लिए जासूस बनी ज्योति मल्होत्रा के बारे में खौफनाक खुलासे

सैन्य कार्रवाई की शुरुआत में पाकिस्तान को सूचित करना अपराध : राहुल गांधी

Pakistan पर बोले RSS चीफ मोहन भागवत, जो दुस्साहस करेगा, भारत उसे सबक सिखाएगा

कौन हैं ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित स्वामी रामभद्राचार्य, राम जन्मभूमि फैसले में निभाई निर्णायक भूमिका

शहबाज शरीफ के जहरीले बोल, कहा- करारा जवाब देंगे, पाक सेना ने रचा इतिहास

सभी देखें

नवीनतम

हिमाचल में साइबर हैकरों ने की 11.55 करोड़ की ठगी, सहकारी बैंक के सर्वर को हैक कर निकाले रुपए

बांग्लादेश को भारत ने दिया जोर का झटका, इन वस्तुओं के आयात पर लगाया प्रतिबंध

UP : बिजली के तारों में फंसा बिजली विभाग का लाइनमैन, फायर ब्रिगेड ने हाइड्रोलिक प्लेटफार्म से नीचे उतारा

असदुद्दीन ओवैसी ने मंत्री विजय शाह पर साधा निशाना, बोले- आपत्तिजनक टिप्पणी के लिए गिरफ्तार किया जाना चाहिए

शक्ति हो तो प्रेम की भाषा भी सुनती है दुनिया : मोहन भागवत

अगला लेख