कोरोना के चलते हरिद्वार में गंगा स्नान पर रोक, प्रदेश की सीमाओं पर पुलिस बल तैनात

एन. पांडेय
शुक्रवार, 14 जनवरी 2022 (00:07 IST)
हरिद्वार। उत्तराखंड में (Coronavirus) कोविड-19 के केस बढ़ते जाने के कारण हरिद्वार मकर संक्रांति पर्व पर गंगा स्नान के लिए अन्य प्रदेशों से हरिद्वार आने वाले श्रद्धालुओं के आवागमन पर रोक लगाई गई है। पुलिस उत्तर प्रदेश बॉर्डर पर वाहनों की चेकिंग कर बाहर के राज्यों से आ रहे स्नानार्थियों को वापस भेज रही है।

दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब से श्रद्धालु मकर संक्रांति पर स्नान के लिए हरिद्वार का रुख करते रहे हैं, लेकिन इस बार स्नान पर कोरोना के चलते लगी रोक से तीर्थयात्रियों को यहां आने से रोकने के लिए प्रदेश की सभी सीमाओं पर पुलिस बल, पीएसी व अर्धसैनिक पुलिस बल तैनात किए गए हैं।

चेकिंग के कारण बॉर्डर पर वाहनों की लंबी लाइन लगी रही।पुलिस ने जगह-जगह बैनर लगाकर भी चेताया है कि किसी को भी गंगा स्नान के लिए हरिद्वार में आना वर्जित है। स्थानीय लोगों को पहचान पत्र देखकर बॉर्डर पार करने दिया जा रहा है।

प्रशासन ने मकर संक्रांति पर गंगा स्नान पर प्रतिबंध लगाया तो इससे हरिद्वार के व्यापारी नाराज हो गए। व्यापारियों का कहना है कि इससे व्यापार चौपट हो जाएगा। प्रशासन को कोविड नियमों का पालन करवाते हुए गंगा स्नान की अनुमति देनी चाहिए।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

महाराष्ट्र में कौनसी पार्टी असली और कौनसी नकली, भ्रमित हुआ मतदाता

Prajwal Revanna : यौन उत्पीड़न मामले में JDS सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर एक्शन, पार्टी से कर दिए गए सस्पेंड

क्या इस्लाम न मानने वालों पर शरिया कानून लागू होगा, महिला की याचिका पर केंद्र व केरल सरकार को SC का नोटिस

MP कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और MLA विक्रांत भूरिया पर पास्को एक्ट में FIR दर्ज

टूड्रो के सामने लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, भारत ने राजदूत को किया तलब

कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वालों को साइड इफेक्ट का कितना डर, डॉ. रमन गंगाखेडकर से जानें आपके हर सवाल का जवाब?

Covishield Vaccine से Blood clotting और Heart attack पर क्‍या कहते हैं डॉक्‍टर्स, जानिए कितना है रिस्‍क?

इस्लामाबाद हाई कोर्ट का अहम फैसला, नहीं मिला इमरान के पास गोपनीय दस्तावेज होने का कोई सबूत

पुलिस ने स्कूलों को धमकी को बताया फर्जी, कहा जांच में कुछ नहीं मिला

दिल्ली-NCR के कितने स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, अब तक क्या एक्शन हुआ?

अगला लेख