अग्निपथ योजना के विरोध में बिहार बंद, जहानाबाद में बवाल

Webdunia
शनिवार, 18 जून 2022 (08:28 IST)
पटना। सेना में भर्ती के लिए केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के विरोध में बिहार में जमकर बवाल मच रहा है। प्रदर्शनकारियों ने आज राज्य में बंद का आह्वान किया गया है। बंद को राजद कार्यकर्ताओं का भी समर्थन प्राप्त है। प्रदर्शनकारियों ने आज सुबह जहानाबाद में एक बस और ट्रक में आग लगा दी। हालांकि बाद में पुलिस ने उपद्रवियों को खदेड़ दिया।
 
प्रदर्शनकारी सरकार से अग्निपथ योजना को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। हालांकि ने इस योजना को युवाओं के लिए देशसेवा में जाने का सुनहरा अवसर बताया है।
 
बंद को देखते हुए बिहार में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। CRPF, RAF और SSB की कुल 10 कंपनियों को शांति व्यवस्था बहाल करने की जिम्मेदारी दी गई है। बिहार पुलिस की स्पेशल आर्म्ड फोर्स BSAP की बटालियन को भी पटना समेत विभिन्न जिलों में मुस्तैद किया गया है। साथ ही सभी जिला पुलिस को अलर्ट पर रखा गया है।
उल्लेखनीय है कि मोदी सरकार द्वारा सेना में भर्ती की अग्निपथ योजना के ऐलान के बाद से ही राज्य में हंगामा जारी है। दानापुर से लेकर समस्तीपुर तक कई स्थानों पर ट्रेन जला दी गई, सड़कों पर प्रदर्शन हुए। इस वजह से आम लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

ट्रंप क्यों नहीं चाहते Apple अपने प्रोडक्ट भारत में बनाए?

क्या है RIC त्रिगुट, रूस क्यों चाहता है फिर इसे सक्रिय करना

हेलो इंदौर ये है आपकी मेट्रो ट्रेन, जानिए Indore Metro के बारे में 360 डिग्री इन्‍फॉर्मेशन

'सिंदूर' की धमक से गिड़गिड़ा रहा था दुश्मन, हमने चुन चुनकर ठिकाने तबाह किए

खतना करवाते हैं लेकिन पुनर्जन्म और मोक्ष में करते हैं विश्वास, जानिए कौन हैं मुसलमानों के बीच रहने वाले यजीदी

सभी देखें

नवीनतम

Petrol Diesel Prices: पेट्रोल और डीजल के ताजा कीमतें जारी, जानें माह के आखिरी दिन क्या हैं आपके नगर में भाव

ट्रंप ने स्टील पर लगाया 50 फीसदी टैरिफ, बताया चीन का घटिया माल

भोपाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज लोकमाता देवी अहिल्याबाई महिला सशक्तिकरण महासम्मेलन में करेंगे शिरकत

Weather Update: मई में वर्षा ने तोड़ा 27 सालों का रिकॉर्ड, IMD का उत्तर पूर्व में बारिश का अलर्ट

थरूर की नाराजगी के बाद कोलंबिया ने वापस लिया बयान, भारत को मिली बड़ी कूटनीतिक सफलता

अगला लेख