राजौरी और पुंछ कस्बों में बनेंगे बंकर, पाक गोलाबारी के बाद ऐहतियाती उपाय

पाक गोलाबारी में हुए लोगों के नुकसान की होगी भरपाई, सरकार ने दिए निर्देश

सुरेश एस डुग्गर
मंगलवार, 13 मई 2025 (12:46 IST)
Bunkers to be built in Rajouri and Poonch towns: राजौरी और पुंछ कस्बों को निशाना बनाकर पाक सेना द्वारा की गई भीषण गोलाबारी के बाद सरकार दोनों सीमावर्ती कस्बों के अलावा कुछ अन्य छूटे हुए क्षेत्रों में सामुदायिक बंकरों के निर्माण की योजना बना रही है, ताकि भविष्य में दुश्मन द्वारा की गई गोलाबारी की स्थिति में लोगों को शरण लेने में मदद मिल सके। ऐसे कस्‍बों में जम्‍मू शहर को भी शामिल किए जाने की योजनाएं हैं, जो इस बार पाक मिसाइलों के हमलों का शिकार बना।
 
इस बार जम्मू शहर में भी गिरीं मिसाइलें : अधिकारियों ने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय और पूर्ववर्ती राज्य सरकार ने पहले क्षेत्र में एलओसी और इंटरनेशनल बॉर्डर पर व्यक्तिगत और सामुदायिक दोनों तरह के बंकरों के निर्माण की सुविधा प्रदान की थी। कुछ लोगों ने अपने दम पर बंकरों का निर्माण भी किया है। हालांकि, राजौरी और पुंछ कस्बों में बंकरों का निर्माण नहीं किया गया था, क्योंकि पिछले कई वर्षों से भारी गोलाबारी और गोलीबारी की स्थिति में भी पाकिस्तानी सेना ने उन्हें निशाना नहीं बनाया था, जो कि अग्रिम क्षेत्रों तक ही सीमित हुआ करती थी। वैसे जम्‍मू शहर में भी कभी बंकर इसलिए नहीं बनाए गए थे क्‍योंकि इससे पहले हुई लड़ाइयों और लड़ाई के माहौल में कभी भी जम्‍मू शहर पर इस तरह की मिसाइलें नहीं गिरी थीं। 
 
पाक गोलाबारी में 19 की मौत : जानकारी के लिए भारतीय सशस्त्र बल द्वारा पाकिस्तान में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद 7 और 8 मई की मध्यरात्रि को पहली बार पाकिस्तानी सैनिकों ने पुंछ शहर को सीधे निशाना बनाकर भारी गोलाबारी शुरू की, जिसमें 16 नागरिक मारे गए। एक दिन बाद, पाकिस्तानी सैनिकों ने राजौरी शहर को निशाना बनाते हुए लंबी दूरी के मोर्टार गोले दागे, जिसमें एक जेकेएएस अधिकारी सहित तीन नागरिक मारे गए, जबकि पुंछ में एक अन्य नागरिक मारा गया। दोनों जिलों में पाक गोलाबारी में कुल 19 नागरिक मारे गए।
 
छिपने के लिए नहीं थे बंकर : अधिकारियों के अनुसार, राजौरी और पुंछ शहरों में लोग अचंभित थे क्योंकि उन्हें उम्मीद नहीं थी कि पाकिस्तानी सेना लंबी दूरी के मोर्टार गोले से शहरों पर हमला करेगी क्योंकि पिछले कई सालों में ऐसा नहीं किया गया था। अधिकांश लोगों के पास छिपने के लिए बंकर नहीं थे और इस तरह वे शिकार बन गए। जबकि 19 नागरिक मारे गए, 75 से अधिक अन्य घायल हो गए।
 
नुकसान की भरपाई के निर्देश : अधिकारियों के मुताबिक, अब सरकार राजौरी और पुंछ शहरों में सामुदायिक बंकरों के निर्माण की योजना बना रही है ताकि लोग भविष्य में ऐसी किसी भी गोलाबारी की स्थिति में लोग वहां शरण ले सकें। साथ ही, उन्होंने कहा कि सरकार ने आपदा मानदंडों के अनुसार राहत वितरित करने के लिए पाकिस्तान की गोलाबारी में घरों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को हुए नुकसान का शीघ्र आकलन करने का निर्देश दिया है।
 
अधिकारी का कहना है कि पाक गोलाबारी में हुए नुकसान के लिए राहत के तत्काल वितरण के लिए आकलन शुरू करने और पूरा करने का निर्देश दिया गया है। उनका कहना था कि सरकार ने पहले ही पाकिस्तान की गोलाबारी और गोलीबारी में मारे गए और घायल हुए लोगों के परिजनों के लिए अनुग्रह राशि की घोषणा की है।
Edited by: Vrijendra Singh Jhala 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

कोई भी न्यूक्लियर ब्लैकमेल भारत नहीं सहेगा, PM नरेन्द्र मोदी के देश के नाम संबोधन की 15 बड़ी बातें

बलूच नेता जीयंद ने पाकिस्‍तान पर साधा निशाना, बोले- उसके हाथ खून से रंगे हुए हैं, भारत से भाईचारे की हर बात एक धोखा

डोनाल्ड ट्रंप का दावा, भारत-पाक के बीच मैंने करवाया सीजफायर, परमाणु युद्ध की थी आशंका

अमेरिकी मध्‍यस्‍थता पर शरद पवार ने उठाए सवाल, बोले- मोदी सरकार स्पष्ट करे क्यों दी अनुमति

सीबीएसई 10वीं-12वीं के रिजल्ट को लेकर digilocker पर आया बड़ा अपडेट, जानिए कब घोषित होंगे नतीजे

सभी देखें

नवीनतम

LIVE : आदमपुर एयरबेस पर जवानों से मिले पीएम मोदी, पाकिस्तान ने माना ऑपरेशन सिंदूर में 51 की मौत

डर की यादें और शांति की उम्‍मीद लेकर लौटे, अभी भी दहशतजदा है LoC पर बसे गांवों के लोग

CBSE 12th results: सीबीएसई 12वीं कक्षा के परीक्षा परिणाम घोषित, लड़कियों ने मारी बाजी

अमृतसर के 5 गांवों में जहरीली शराब का कहर, 14 की मौत, 6 गंभीर

उत्तराखंड में चारधाम यात्रा निर्बाध जारी, हेली सेवाओं का भी हो रहा संचालन

अगला लेख