Corona को लेकर केन्द्र की राज्यों को चिट्‍ठी, मरीजों पर रखें नजर, बदल सकती हैं स्थितियां

Webdunia
सोमवार, 10 जनवरी 2022 (17:53 IST)
नई दिल्ली। केंद्र ने सोमवार को कहा कि इस बार अब तक 5 से 10 प्रतिशत उपचाराधीन रोगियों को ही अस्पतालों में भर्ती करने की जरूरत हो रही है, लेकिन स्थिति गतिशील है एवं बदल भी सकती है, ऐसे में राज्य घरों में पृथकवास रह रहे या अस्पताल में भर्ती मरीजों पर नजर रखें।
 
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों को भेजे पत्र में कहा कि देश में कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान अस्तपालों में भर्ती की जरूरत वाले रोगी 20-23 प्रतिशत थे।
 
उन्होंने लिखा है कि ऐसा जान पड़ता है कि देश के विभिन्न हिस्सों में नए स्वरूप ओमिक्रोन के आने एवं डेल्टा के बने रहने के कारण कोविड-19 के मामले बढ़े हैं, ऐसे में कोविड प्रबंधन के वास्ते मानव संसाधन खासकर स्वास्थ्यकर्मियों की संख्या बढ़ाने की जरूरत है।
ALSO READ: रक्षामंत्री राजनाथ सिंह कोरोना संक्रमित, खुद को किया क्वारंटाइन
उन्होंने कहा कि वर्तमान वृद्धि में, अब तक 5 से 10 प्रतिशत उपचाराधीन रोगियों को अस्तपालों में भर्ती करने की जरूरत पड़ रही है। स्थिति गतिशील एवं परिवर्तनशील है। इसलिए अस्पतालों में भर्ती करवाने की जरूरत की स्थिति तेजी से बदल सकती है।
 
उन्होंने लिखा कि सभी राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों को उपचाराधीन रोगियों की कुल संख्या, घरों में पृथक-वास में रह रहे मरीजों की संख्या, अस्पतालों में उपचाररत रोगियों की संख्या, ऑक्सीन बेड वाले मरीजों की संख्या, आईसीयू बेड, जीवनरक्षक प्रणाली की जरूरत आदि पर दैनिक रूप से नजर रखने की सलाह दी गई है। 
 
स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि इस निगरानी के आधार पर स्वास्थ्यकर्मियों की जरूरत एवं अस्पतालों/ उपचार केंद्रों में उनकी उपलब्धता की रोजाना आधार पर समीक्षा की जानी चाहिए जैसा कि दूसरी लहर के दौरान किया गया था।
ALSO READ: MP में कोरोना के केस बढ़ने के बाद भी लॉकडाउन जैसी पाबंदियां नहीं, 8वीं तक के स्कूलों को ऑफलाइन करने पर फैसला 12 के बाद
विशाल स्वास्थ्य केंद्र, क्षेत्रीय अस्पताल, अस्थायी अस्पताल खोलने जैसे कदम उठाने को लेकर विभिन्न राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों की तारीफ करते हुए भूषण ने कहा कि अवसंरचनाओं एवं मानव संसाधनों की अपनी सीमाएं हैं, इसलिए जहां भी संभव हो, स्वास्थ्यकर्मियों की अलग-अलग टुकड़ियां बनाकर उनको पालियों/चरणों में रखना जरूरी है।
 
उन्होंने कहा है कि अस्पतालों एवं स्वास्थ्य केंद्रों में कोविड एवं गैर कोविड क्षेत्रों में स्वास्थ्यकर्मियों के प्रबंधन के लिए 9 जनवरी को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी परामर्श का कड़ाई से पालन महत्वपूर्ण है। मंत्रालय ने राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों को कोविड देखभाल से जुड़े निजी क्लीनिकों में विभिन्न श्रेणियां तय करने का सुझाव दिया।
 
इलाज खर्च पर भी निगरानी : भूषण ने पत्र में लिखा कि यह भी सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि ऐसे स्वास्थ्य केंद्रों द्वारा लगाए जाने वाला शुल्क तर्कसंगत हो और अत्यधिक शुल्क वसूलने के मामलों, यदि कोई हो, की निगरानी की जाए एवं उन पर कार्रवाई की प्रणाली हो।
ALSO READ: बूस्टर डोज के लिए 3 वैक्सीन को मंजूरी, जानिए आपको तीसरी खुराक लगेगी या नहीं
उन्होंने टेली कंसलटेशन सेवाओं के लिए सेवानिवृत्त चिकित्सा पेशेवरों और एमबीबीएस विद्यार्थियों की सेवा लेने तथा कोविड देखभाल केंद्रों पर सामुदायिक स्वयं सेवियों को मूलभूत देखभाल एवं प्रबंधन में कौशल प्रशिक्षण देने का सुझाव दिया।
 
स्वास्थ्य सचिव ने घरों के पृथक-वास या कोविड देखभाल केंद्रों से रोगियों को कोविड समर्पित अस्पतालों तक सुगमता से ले जाने के लिए अतिरिक्त एंबुलेंस या निजी वाहनों का प्रबंध करने का भी सुझाव दिया।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

India-Pakistan Conflict : सिंधु जलसंधि रद्द होने पर प्यासे पाकिस्तान के लिए आगे आया चीन, क्या है Mohmand Dam परियोजना

Naxal Encounter: कौन था बेहद खौफनाक नक्‍सली बसवराजू जिस पर था डेढ़ करोड़ का इनाम?

ज्‍योति मल्‍होत्रा ने व्‍हाट्सऐप चैट में हसन अली से कही दिल की बात- कहा, पाकिस्‍तान में मेरी शादी करा दो प्‍लीज

भारत के 2 दुश्मन हुए एक, अब China ऐसे कर रहा है Pakistan की मदद

गुजरात में शेरों की संख्या बढ़ी, खुश हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी

सभी देखें

नवीनतम

LIVE: ऑपरेशन सिंदूर पर बोले अमित शाह, पाकिस्तान के आतंकवाद को उचित जवाब दिया

Pahalgam Attack: कभी गुलजार थी पर्यटकों से जन्नत ए कश्मीर, अब वीरानियों का थाम लिया दामन

बांग्लादेश में सियासी घमासान, क्या इस्तीफा देंगे मोहम्मद युनूस

इमरान खान का तंज, पाकिस्तान में जंगलराज, जनरल मुनीर को खुद को राजा की उपाधि देनी थी

राहुल शनिवार को जाएंगे पुंछ, पाकिस्तानी गोलाबारी से प्रभावित परिवारों से मिलेंगे

अगला लेख