आईसीआईसीआई बैंक ने दिए चंदा कोचर के विरुद्ध स्वतंत्र जांच के निर्देश

Webdunia
बुधवार, 30 मई 2018 (23:50 IST)
नई दिल्ली। देश के सबसे बड़े निजी बैंक आईसीआईसीआई बैंक ने अपनी प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी चंदा कोचर के विरुद्ध जांच के आदेश दिए हैं। बैंक के निदेशक मंडल की मंगलवार को हुई बैठक में ये निर्देश दिए गए। बैंक ने सेबी के नियम के तहत शेयर बाजारों को बुधवार को सूचित किया कि कोचर के विरुद्ध एक अज्ञात भेदिया द्वारा की गई शिकायत की निदेशक मंडल ने स्वतंत्र जांच कराने का आदेश दिया है।
 
 
कोचर और उनके रिश्तेदारों पर वीडियोकॉन समूह को ऋण देने में भेदभाव करने का आरोप है। कोचर के एक रिश्तेदार दीपक कोचर की कंपनी न्यूपॉवर रीन्यूएब्लस में वीडियोकॉन समूह के निवेश करने का भी आरोप है। पूंजी बाजार नियामक सेबी ने पिछले सप्ताह कोचर की गतिविधियों को लेकर एक नोटिस जारी कर न्यूपॉवर और वीडियोकॉन समूह के बारे में पूछा था।
 
बैंक ने कहा है कि जांच का दायरा वृहद होगा और इससे जुड़े सभी मामलों की जांच की जाएगी। इस संबंध में सभी आवश्यक दस्तावेजों के साथ ही ई-मेल आदि का परीक्षण कर संबंधित व्यक्तियों के बयान भी लिए जाएंगे। उसने कहा कि यह जांच एक स्वतंत्र और विश्वसनीय व्यक्ति द्वारा की जाएगी।
 
इससे पहले अप्रैल में बैंक के निदेशक मंडल ने कोचर में पूरा विश्वास जताया था और वीडियोकॉन समूह को दिए गए ऋण के संबंध में जांच किए जाने से इंकार कर दिया था। (वार्ता)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

कौन थे रजाकार, कैसे सरदार पटेल ने भैरनपल्ली नरसंहार के बाद Operation polo से किया हैदराबाद को भारत में शामिल?

कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ में बंजारुमाले गांव में हुआ 100 प्रतिशत मतदान

धीरेंद्र शास्‍त्री के भाई ने फिर किया हंगामा, टोल कर्मचारियों को पीटा

प्रवेश द्वार पर बम है, जयपुर हवाई अड्‍डे को उड़ाने की धमकी

दिल्ली में देशी Spider Man और उसकी Girlfriend का पुलिस ने काटा चालान, बाइक पर झाड़ रहा था होशियारी

बहू को हुआ सास से प्‍यार, पति के साथ नहीं सोने देती है, सास हुई परेशान

UP के डिप्टी सीएम मौर्य बोले, एक और पाकिस्तान बनाने का जहर बो रही है कांग्रेस

धनंजय सिंह को मिली इलाहाबाद हाईकोर्ट से जमानत, नहीं लड़ सकेंगे चुनाव

कौन है जेल से 20 दिन की पैरोल पर बाहर आया फलाहारी बाबा, क्‍या था मामला?

कांग्रेस का दावा, 2जी स्पेक्ट्रम मामले में दिखा भाजपा का पाखंड

अगला लेख