हेमंत सोरेन बोले- आदिवासी का बेटा हूं, खून की आखिरी बूंद तक लड़ूंगा...

Webdunia
शनिवार, 27 अगस्त 2022 (00:02 IST)
लातेहार (झारखंड)। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शुक्रवार को दावा किया कि शैतानी ताकतें उनकी लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई सरकार को अस्थिर करने का प्रयास कर रही हैं। साथ ही, उन्होंने कहा कि मैं आदिवासी का बेटा हूं, झारखंड का बेटा हूं। कोई इतना आसानी से मुझे नहीं तोड़ सकता है। मैं अपने खून की आखिरी बूंद तक लड़ूंगा।

मुख्यमंत्री महुआडांड़ के टूटूआपानी में आयोजित कार्यक्रम में भाजपा पर जमकर बरसे और आरोप लगाया, भाजपा वाले पिछले पांच माह से मुझे सत्ता से हटाने की कोशिश कर रहे हैं। मेरे खिलाफ हर तरह के हथियार चला रहे हैं, ये मेरी गर्दन पर आरी तक चलाने का प्रयास किए, लेकिन हर औजार ही टूट जा रहा है। सोरेन ने कहा, मैं आदिवासी का बेटा हूं, झारखंड का बेटा हूं। कोई इतना आसानी से मुझे नहीं तोड़ सकता है।

इससे पहले, सोरेन के कार्यकाल के दौरान उनके नाम से रांची में खनन पट्टा आवंटित करने के मामले में उनकी विधानसभा सदस्यता को लेकर निर्वाचन आयोग की राय बंद लिफाफे में झारखंड के राजभवन गुरुवार को पहुंच गई। अब राज्यपाल रमेश बैस के फैसले का इंतजार है। राजभवन से इस सिलसिले में कोई निर्देश शीघ्र ही आने की संभावना है।

सोरेन ने आरोप लगाया, राजनीतिक रूप से हमारे साथ प्रतिस्पर्धा करने में सक्षम नहीं, हमारे प्रतिद्वंद्वी संवैधानिक संस्थानों का दुरुपयोग कर रहे हैं। वे हमारी सरकार को अस्थिर करने के लिए ईडी, सीबीआई, लोकपाल और आयकर विभाग का दुरुपयोग कर रहे हैं, लेकिन हम इसके बारे में चिंतित नहीं हैं। हमें जनादेश विरोधियों द्वारा नहीं, बल्कि लोगों द्वारा मिला है।

उन्होंने कहा, राज्य दो साल तक कोविड-19 से प्रभावित रहा। अब, जब हमने अपने विकास की गति को तेज किया है, तो शैतानी ताकतें हमारी गति को रोकने के लिए अपने बिल से बाहर आ गई हैं। ऐसी ताकतें कुछ भी कर सकती हैं लेकिन मुझे अपने लोगों के लिए काम करने से वे कभी नहीं रोक सकती हैं।

सोरेन ने दावा किया कि झारखंड में बाहरी ताकतों का एक गिरोह सक्रिय है। उन्होंने कहा, इस गिरोह ने पिछले 20 वर्षों से राज्य को तबाह करने का काम किया था। 2019 में जब उन्हें सत्ता से बेदखल किया गया, तो साजिशकर्ता इसे बर्दाश्त नहीं कर सके। अगर हम यहां रहते हैं, तो उनके लिए आगे मुश्किल समय आने वाला है।

मुख्यमंत्री ने कहा, हम सत्ता के भूखे नहीं हैं। हम यहां सिर्फ लोगों के कल्याण के लिए, काम करने के लिए एक संवैधानिक व्यवस्था के तहत हैं। क्या कभी किसी ने सोचा था कि हर बूढ़ी, विधवा और एकल महिला को पेंशन मिलेगी? यह आपके सबके आशीर्वाद से संभव हुआ है।

मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि विश्व आदिवासी दिवस (9 अगस्त) के मौके पर देश के प्रधानमंत्री और आदिवासी राष्ट्रपति ने देश के आदिवासी समाज को शुभकामनाएं देना भी मुनासिब नहीं समझा। उनकी नजर में हम आदिवासी नहीं, बल्कि 'वनवासी' हैं।(भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

प्रियंका गांधी ने वायनाड सीट पर तोड़ा भाई राहुल गांधी का रिकॉर्ड, 4.1 लाख मतों के अंतर से जीत

election results : अब उद्धव ठाकरे की राजनीति का क्या होगा, क्या है बड़ी चुनौती

एकनाथ शिंदे ने CM पद के लिए ठोंका दावा, लाडकी बहीण योजना को बताया जीत का मास्टर स्ट्रोक

Sharad Pawar : महाराष्ट्र चुनाव के नतीजों से राजनीतिक विरासत के अस्तित्व पर सवाल?

UP : दुनिया के सामने उजागर हुआ BJP का हथकंडा, करारी हार के बाद बोले अखिलेश, चुनाव को बनाया भ्रष्टाचार का पर्याय

सभी देखें

नवीनतम

Maharashtra Election Results 2024 : महाराष्ट्र में 288 में महायुति ने जीती 230 सीटें, एमवीए 46 पर सिमटी, चुनाव परिणाम की खास बातें

Maharashtra elections : 1 लाख से अधिक मतों से जीत दर्ज करने वालों में महायुति के 15 उम्मीदवार शामिल

प्रियंका गांधी ने वायनाड सीट पर तोड़ा भाई राहुल गांधी का रिकॉर्ड, 4.1 लाख मतों के अंतर से जीत

पंजाब उपचुनाव : आप ने 3 और कांग्रेस ने 1 सीट पर जीत दर्ज की

Sharad Pawar : महाराष्ट्र चुनाव के नतीजों से राजनीतिक विरासत के अस्तित्व पर सवाल?

अगला लेख