चिराग पासवान का बड़ा बयान, ठाकरे की पीठ में उनकी ही पार्टी के नेताओं ने छुरा घोंपा

Webdunia
मंगलवार, 28 जून 2022 (07:48 IST)
पटना। महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट के बीच लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने सोमवार को कहा कि शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे को उनकी ही पार्टी के नेताओं ने पीठ में छुरा घोंपा है।
 
महाराष्ट्र में जारी राजनीतिक संकट के बारे में पत्रकारों द्वारा पूछे जाने पर चिराग पासवान ने कहा, 'महाराष्ट्र में चल रहे राजनीतिक संकट के लिए किसी को दोष नहीं दिया जाना चाहिए। शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे को उनकी ही पार्टी के नेताओं ने पीठ में छुरा घोंपा है।
 
पासवान ने कहा कि पिछले साल मेरे साथ भी ऐसा ही हुआ था जब मेरी अपनी पार्टी के नेताओं ने मुझे धोखा दिया था और एक अलग पार्टी बनाई थी।'

चिराग का इशारा परोक्ष तौर पर उनके चाचा और केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस की ओर था। पारस पिछले साल जून में चिराग की जगह लोजपा के प्रमुख बन गए थे। पारस ने अपने दिवंगत भाई रामविलास पासवान की छाया में अपने राजनीतिक करियर की शुरूआत की थी। लोजपा में अलग गुट बनने के बाद वह राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं।
 
चिराग ने कहा, 'बिहार में राजग के घटक दलों के बीच अग्निपथ योजना को लेकर चल रही लड़ाई ने उन्हें बेनकाब कर दिया है। लोगों की सेवा करना उनकी (राजग नेताओं की) प्राथमिकता नहीं है। उनकी प्राथमिकता किसी भी कीमत पर सत्ता में बने रहना है। वैचारिक रूप से भाजपा और जदयू दोनों पूरी तरह से अलग हैं।'

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

Maharashtra : साइकल चालक की दुर्घटना में मौत, बीमा कंपनी ने परिजन से मांगा ड्राइविंग लाइसेंस, उपभोक्ता आयोग ने सुनाया यह फैसला

कौन हैं AIADMK के पलानीस्वामी, जिन पर भाजपा ने भरोसा दिखाया?

पराली ने घोला इंदौर की हवा में जहर, घरों तक आया काला कचरा, IIT Indore ने किया था अलर्ट, क्‍यों नहीं हो रही कार्रवाई?

पिछड़ी जातियों को लेकर आंध्र के CM चंद्रबाबू नायडू ने किया यह वादा

ट्रंप टैरिफ पर भारत को बड़ी राहत, 9 जुलाई तक नहीं लगेगा अतिरिक्त शुल्क

सभी देखें

नवीनतम

ट्रंप की करीबी तुलस गबार्ड के बयान के बाद फिर गर्माया EVM की हैक का मुद्दा

योगी आदित्यनाथ की राणा सांगा को श्रद्धांजलि, कहा उनकी वीरता भारतीयों को प्रेरित करती रहेगी

राहुल बोले, कपड़ा उद्योग में भी बहुजन का प्रतिनिधित्व नहीं, काबिल युवा अन्याय के चक्रव्यूह में

भारत में किस जगह मिलता है सबसे सस्ता सोना

वक्फ पर राहुल गांधी की चुप्पी से मायावती हैरान, खामोशी पर उठाए सवाल

अगला लेख