Dharma Sangrah

SIR पर संग्राम, ममता बनर्जी ने चुनाव आयोग को प्रक्रिया रोकने को क्यों कहा

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
गुरुवार, 20 नवंबर 2025 (19:03 IST)
SIR In Bengal : बिहार के बाद बंगाल सहित कई राज्यों में चुनाव आयोग के निर्देश पर मतदाता सूची की जांच का गहन पुनरीक्षण कार्य (SIR) शुरू किया गया है। पश्चिम बंगाल में भी एसआईआर की प्रक्रिया शुरू हुई है। इसका तृणमूल कांग्रेस के कई नेताओं ने विरोध किया है।

बंगाल में चल रही एसआईआर को लेकर TMC और BJP नेताओं में आरोप-प्रत्यारोप का चल रहा है। मीडिया खबरों के मुताबिक अब पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य में चल रही SIR प्रक्रिया के संबंध में भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार को पत्र लिखा है।
ALSO READ: Delhi : किसी बच्चे को मेरी तरह न झेलना पड़े, जीने की इच्छा खो बैठा हूं, ट्रेन के आगे कूदा 10वीं का छात्र, सुसाइड नोट में दिल दहलाने वाली बातें
बंगाल की मुख्यमंत्री ने मुख्य चुनाव आयुक्त से मतदाता सूची में चल रही विशेष गहन समीक्षा प्रक्रिया को रोकने का आग्रह किया है। सीएम ममता ने बूथ स्तर के अधिकारियों पर 'अमानवीय' कार्य दबाव का हवाला दिया है, जो राज्यभर में घर-घर जाकर यह प्रक्रिया संचालित कर रहे हैं। हालांकि चुनाव आयोग के सूत्रों ने कहा है कि बीएलओ को पूरी ट्रेनिंग दी गई है।

प्रपत्र वितरण का काम लगभग पूरा
चुनाव आयोग ने गुरुवार को कहा कि 9 राज्यों और 3 केंद्र शासित प्रदेशों में जारी मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के तहत गणना प्रपत्र का वितरण लगभग पूरा हो गया है और लगभग 99 प्रतिशत मतदाताओं को आंशिक रूप से भरा हुआ दस्तावेज मिल गया है। अपने दैनिक एसआईआर बुलेटिन में आयोग ने कहा कि 50.97 करोड़ मतदाताओं में से 50.40 करोड़ को फॉर्म जारी किए गए हैं, जो 98.89 प्रतिशत है।

AI से मतदाताओं की पहचान
केंद्रीय चुनाव आयोग (ECI) पश्चिम बंगाल में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के दौरान फर्जी मतदाताओं की पहचान करने के लिए एआई (आर्टिफिशियल इंटैलिजेंस) आधारित सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करेगा। एआई प्रणाली मतदाता डाटाबेस में तस्वीरों का विश्लेषण करके फर्जी मतदाताओं की पहचान करने में मदद करेगी। बंगाल में एसआईआर प्रक्रिया जिसमें एन्यूमरेशन फॉर्म (ईएफ) बांटना, इकट्ठा करना और डिजिटाइजेशन का काम 25-26 नवंबर तक पूरा होने की उम्मीद है। इसके बाद ड्राफ्ट रोल का प्रकाशन होगा।

सीईओ कार्यालय के अधिकारियों ने कहा कि एआई प्रणाली उन मामलों का पता लगाने में मदद करेगी जहां एक ही फोटो का इस्तेमाल कई मतदाताओं का प्रमाण-पत्र बनाने के लिए किया गया है। विपक्षी पार्टियों ने आरोप लगाया है कि प्रवासी मजदूरों के नामांकन के दौरान ऐसा फर्जीवाड़ा आम बात है और उनकी तस्वीरों का इस्तेमाल मरे हुए या नकली वोटरों को रजिस्टर करने के लिए किया जाता है। जबकि नेशनल पोल पैनल का मानना है कि एआई इस समस्या को रोकने में मदद कर सकता है।
ALSO READ: फिर बोले डोनाल्ड ट्रंप, भारत को 350 फीसदी टैरिफ लगाने की दी थी धमकी
क्या कहा भाजपा ने 
भाजपा ने गुरुवार को आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के खिलाफ शिकायत कर रही हैं क्योंकि उनका राजनीतिक वजूद ‘धोखेबाजी के जरिए’ बनाए गए जनाधार को ‘बचाने’ पर टिका हुआ है। भाजपा की यह प्रतिक्रिया एसआईआर को लेकर बनर्जी द्वारा मुख्य निर्वाचन आयुक्त (सीईसी) ज्ञानेश कुमार को एक पत्र लिखे जाने के बाद आई है। Edited by : Sudhir Sharma

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

पाकिस्तानी सेना अल्लाह की फौज, दुश्मन पर फेंकी गई मिट्टी भी मिसाइल में बदल जाती, आसिम मुनीर की गीदड़भभकी पर आपको हंसी आएगी

महाराष्ट्र की राजनीति फिर गर्माई, महायुति में खटपट, किस बात को लेकर नाराज हैं शिंदे, गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात

470 ड्रोन, 48 मिसाइलें... रूस का यूक्रेन पर बड़ा हमला, जेलेंस्की बोले- काफी नुकसान हुआ

iPhone की चोरी और खोने पर ना घबराएं, Apple ने शुरू हुआ एक नया प्लान

WhatsApp के 3.5 अरब यूजर्स क्यों खतरे में, क्या डेटा हो गया लीक, सामने आई चौंकाने वाली जानकारी

सभी देखें

नवीनतम

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया जंबूरी स्थल का निरीक्षण, विश्वस्तरीय व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करने के दिए आदेश

अयोध्या भारत का नया स्पिरिचुअल इकोनॉमिक पॉवरहाउस

IITF के अंतरराष्ट्रीय मंच पर सीएम योगी की युवा केंद्रित योजनाओं को मिल रही प्रशंसा

SIR पर संग्राम, ममता बनर्जी ने चुनाव आयोग को प्रक्रिया रोकने को क्यों कहा

फिर बोले डोनाल्ड ट्रंप, भारत को 350 फीसदी टैरिफ लगाने की दी थी धमकी

अगला लेख