आर्थिक गतिविधियों में हुई वृद्धि, इस वर्ष कंपनियां बढ़ा सकती हैं औसतन 7.3 प्रतिशत वेतन

Webdunia
गुरुवार, 18 फ़रवरी 2021 (12:14 IST)
नई दिल्ली। महामारी के बाद कारोबारी गतिविधियों में उम्मीद से अधिक तेजी से सुधार और उपभोक्ताओं का भरोसा बढ़ने के चलते कंपनियां इस साल वेतन में औसतन 7.3 प्रतिशत की बढ़ोतरी कर सकती हैं।
 
डेलॉयट टच तोहमात्सु इंडिया एलएलपी द्वारा कार्यबल एवं वेतन बढ़ोतरी के रुझानों के लिए किए गए 2021 के पहले चरण के सर्वेक्षण में पाया गया कि इस साल वेतन में औसत बढ़ोतरी 2020 के 4.4 प्रतिशत से अधिक लेकिन 2019 के 8.6 प्रतिशत से कम रहेगी। इस साल सर्वेक्षण में शामिल होने वाली 92 प्रतिशत कंपनियों ने वेतन बढ़ोतरी की बात कही जबकि पिछले साल सिर्फ 60 प्रतिशत ने ऐसा कहा था।
ALSO READ: सर्वे का निष्कर्ष, 2021 के दौरान भारत में वेतन में औसत 6.4 प्रतिशत बढ़ोतरी की उम्मीद
सर्वेक्षण दिसंबर 2020 में शुरू हुआ और इसमें 7 क्षेत्रों तथा 25 उपक्षेत्रों की करीब 400 कंपनियां शामिल हुईं। सर्वेक्षण में कहा गया कि भारत में औसत वेतन बढ़ोतरी 7.3 प्रतिशत रहने की उम्मीद है, जो 2020 के 4.4 प्रतिशत से अधिक है। आर्थिक गतिविधियों में उम्मीद से अधिक तेजी से सुधार, उपभोक्ता विश्वास में बढ़ोतरी तथा बेहतर मार्जिन के चलते कंपनियों ने वेतन बढ़ोतरी के लिए अपने बजट को बढ़ाया है।
 
नजीतों के मुताबिक 20 प्रतिशत कंपनियों ने इस साल 2 अंकों में वेतन बढ़ोतरी की योजना बनाई है, जबकि 2020 में यह आंकड़ा सिर्फ 12 प्रतिशत था। सर्वेक्षण के मुताबिक जिन कंपनियों ने पिछले साल वेतन बढ़ोतरी नहीं की थी, उनमें से एक-तिहाई इस साल अधिक बढ़ोतरी या बोनस के रूप में उसकी भरपाई करने की तैयारी कर रही हैं। (भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

8 बार डाला वोट, वायरल वीडियो पर अखिलेश यादव ने चुनाव आयोग से पूछा सवाल

कब तक पड़ेगी भीषण गर्मी, कितने दिन झेलनी होगी लू की तपिश, IMD ने दी जानकारी

अब CISF करेगी संसद की सुरक्षा, कल से संभालेगी कमान

PM मोदी बोले- सामाजिक और धार्मिक संगठनों को धमका रहीं ममता बनर्जी, TMC लांघ रही शालीनता की हदें

टूरिस्टों पर हमले से चिंता में कश्मीरी, पाकिस्तान को रास नहीं आ रही पर्यटकों की बाढ़

एक मां के हौसले की अनोखी कहानी, बच्‍चे के लिए 200 किलोमीटर लम्बी कठिन यात्रा

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने जताया रईसी की मौत पर दु:ख

लोकसभा चुनाव की काउंटिंग में कांग्रेस को बेईमानी का डर, उम्मीदवारों को दिए टिप्स, भितरघात का भी उठा मुद्दा

म्यांमार: राख़ीन में हिंसा व विध्वंस, मानवाधिकार ने जताई चिन्ता

तुर्कीये: भूकम्प से तहस-नहस हुई ज़िन्दगी की पीड़ा के पन्ने पलटने की कोशिश

अगला लेख