नई दिल्ली। कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने शुक्रवार को संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव पेश किया। पार्टी ने आरोप लगाया कि पीएम मोदी ने अपने भाषण में कांग्रेस नेता राहुल गांधी और सोनिया गांधी के खिलाफ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया।
राज्यसभा के चैयरमेन को लिखे पत्र में वेणुगोपाल ने पीएम मोदी के उस बयान की भी हवाला दिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि 'नेहरू सरनेम रखने में कैसी शर्मिदंगी है। पत्र में कहा गया है कि मैं 9 फरवरी 2023 को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर 'धन्यवाद' प्रस्ताव के अपने उत्तर के दौरान संसद सदस्यों पर विचार करने के लिए राज्य सभा में प्रक्रिया और कार्य संचालन नियमों के नियम 188 के तहत भारत के प्रधानमंत्री के खिलाफ विशेषाधिकार हनन नोटिस देता हूं।
वेणुगोपाल ने पत्र में कहा कि प्रधानमंत्री ने धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान कहा कि मुझे बहुत आश्चर्य होता है कि चलो भाई, नेहरू जी नाम हमसे कभी छूट जाता होगा। यदि छूट जाता है तो हम उसे ठीक भी कर लेगें, क्योंकि वे देश के पहले प्रधानमंत्री थे। लेकिन मुझे यह समझ नहीं आता है कि उनकी पीढ़ी का कोई भी व्यक्ति नेहरू जी का सरनेम रखने से क्यों डरता है? क्या शर्मिंदगी है नेहरू सरनेम रखने में क्या शर्मिंदगी है इतना बड़ा महान व्यक्ति आपको मंजूर नहीं है, परिवार को मंजूर नहीं है।
पत्र में कांग्रेस नेता ने कहा कि पीएम मोदी की यह टिप्पणियां उपहासपूर्ण तरीके से प्रथम दृष्टया न केवल अपमानजनक हैं, बल्कि नेहरू परिवार के सदस्यों विशेष रूप से इंदिरा गांधी के लिए भी अपमानजनक और मानहानिकारक हैं। सोनिया गांधी और राहुल गांधी लोकसभा के सदस्य हैं।
हालांकि लंदन में राहुल गांधी के बयान और अडाणी मामले की जेपीसी जांच की मांग को लेकर हुए हंगामे की वजह से संसद की कार्यवाही सोमवार तक स्थगित कर दी गई।