PM नरेन्द्र मोदी की तुलना गांधीजी के हत्यारे नाथूराम गोडसे से

Webdunia
गुरुवार, 13 फ़रवरी 2020 (19:23 IST)
नई दिल्ली। कांग्रेस नेता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने में कभी चूकते नहीं हैं। ताजा मामले में पीएल पुनिया ने मोदी की तुलना महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे से की है। 
 
छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रभारी कांग्रेस नेता पुनिया ने कहा कि नाथूराम गोडसे ने भी महात्मा गांधी की हत्या से पहले उनके पैर छुए थे। ठीक इसी तरह पीएम मोदी ने भी संसद की चौखट और संविधान पर मत्था टेका था। लेकिन, सरकार और मोदी संविधान पर खुलेआम हमला कर रहे हैं। एससी, एसटी, ओबीसी के अधिकारों पर भी लगातार हमला हो रहा है। 
 
पुनिया ने कहा कि प्रधानमंत्री जी जब दूसरी बार 2019 में आए थे तो संविधान के ऊपर माथा टेका था। उससे पहले 2014 में चुनाव जीतकर पहली बार संसद पहुंचे थे उन्होंने पार्लियामेंट की चौखट पर माथा टेका था।
उन्होंने कहा कि उसके बाद जिस तरह से संसदीय प्रक्रिया को बाईपास करके कानून पास कराया जा रहा है, ऐसा कभी भी हिंदुस्तान में नहीं हुआ। गोडसे से मोदी की तुलना करते हुए पूनिया ने कहा कि यह उनकी पुरानी परंपरा है।
 
छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रभारी ने कहा कि वे लोग हैं जिन्होंने संविधान की प्रतियां जला दी थीं और आज संविधान के आगे झुक रहे हैं। इस नाटक को सभी लोग जानते हैं।
 
उल्लेखनीय है कि इससे पहले भी कांग्रेस नेता द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को गंदी नाली का कीड़ा, मौत का सौदागर, चाय वाला, चौकीदार चोर है जैसे आपत्तिजनक विशेषणों से नवाजा था।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

केन्द्रीय कर्मचारियों और पेंशनरों के लिए खुशखबरी, केन्द्र सरकार ने बढ़ाया डीए

नासिक कुंभ के नाम को लेकर अखाड़ों में मतभेद, जानिए कब शुरू होगा मेला

ATM से अतिरिक्त निकासी पर शुल्क बढ़ा, जानिए कब से लागू होंगे यह charges

यूक्रेन के साथ युद्ध रोकने के लिए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की पेशकश, NATO को दी चेतावनी

ईद पर मुंबई में विस्फोट और दंगों की चेतावनी, सुरक्षा बढ़ाई गई

सभी देखें

नवीनतम

विक्रम सम्वत् : प्रकृति के संरक्षण, संवर्धन और विकास का उत्सव

किस मुद्दे का राहुल गांधी ने किया विरोध, PM मोदी को लिखा पत्र

आतंकियों से खतरा, वैष्णो देवी में नवरात्रों पर सुरक्षा प्रबंध चाक चौबंद का दावा

1 अप्रैल से पूरे UP में चलेगा यह विशेष अभियान, CM योगी ने दिए निर्देश

‘कैश एट जज डोर’ मामले में 17 साल बाद आया फैसला, पूर्व हाईकोर्ट जस्टिस निर्मल यादव बरी

अगला लेख