कांग्रेस का अमित शाह से सवाल, क्या मणिपुर में दीवार पर लिखी इबारत को पढ़ नहीं पा रहे गृह मंत्री?

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
मंगलवार, 19 नवंबर 2024 (12:22 IST)
Manipur violence : कांग्रेस ने मणिपुर में राजग के विधायक दल की बैठक से कई विधायकों के अनुपस्थित रहने को लेकर मंगलवार को गृह मंत्री अमित शाह पर कटाक्ष करते हुए कहा कि क्या वह दीवार लिखी इबारत को पढ़ नहीं पा रहे हैं।
 
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर अपनी पोस्ट में कहा, 'मणिपुर विधानसभा में 60 विधायक हैं। कल रात मणिपुर के मुख्यमंत्री ने इंफाल में राजग के सभी विधायकों की बैठक बुलाई, जिसमें उनके अलावा केवल 26 विधायक ही उपस्थित हुए। इन 26 में से 4 विधायक एनपीपी के हैं, जिसके राष्ट्रीय अध्यक्ष पहले ही भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष को मौजूदा मुख्यमंत्री से समर्थन वापस लेने के लिए पत्र लिख चुके हैं।'
 
उन्होंने कहा कि दीवार पर लिखी इबारत बिल्कुल साफ है। लेकिन क्या मणिपुर के बड़े सूत्रधार - केंद्रीय गृह मंत्री इसे पढ़ रहे हैं, जिन्हें प्रधानमंत्री ने राज्य की सारी ज़िम्मेदारी सौंप दी है और आउटसोर्स कर दिया है ? रमेश ने सवाल किया कि मणिपुर के लोगों की असहनीय पीड़ा, दुख और तकलीफ़ कब तक यूं ही जारी रहेगी।
 
 
राज्य 60 सदस्यीय विधानसभा में सात विधायकों वाली नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) ने भाजपा नीत सरकार से समर्थन वापस ले लिया है और दावा किया है कि बीरेन सिंह सरकार पूर्वोत्तर राज्य में संकट को हल करने और सामान्य स्थिति बहाल करने में पूरी तरह विफल रही है। हालांकि, समर्थन वापसी से भाजपा सरकार पर कोई असर नहीं पड़ेगा, क्योंकि उसके पास 32 विधायकों के साथ बहुमत है।

मणिपुर विधानसभा का समीकरण: मणिपुर विधानसभा में कुल 60 सीटें हैं। मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह के नेतृत्व में भाजपा को समर्थन देने वाले एनडीए के पास बहुमत है, लेकिन सहयोगी दलों के असंतोष ने स्थिति को जटिल बना दिया है। कांग्रेस ने इस राजनीतिक संकट को गृह मंत्री की विफलता करार दिया है। 
 
क्या PM मोदी लेंगे हस्तक्षेप? मणिपुर की बिगड़ती स्थिति और एनडीए में उभरते मतभेद केंद्र सरकार के लिए बड़ी चुनौती बन गए हैं। कांग्रेस ने सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हस्तक्षेप की मांग की है। क्या प्रधानमंत्री मणिपुर जाकर स्थिति का जायजा लेंगे, या गृह मंत्री अमित शाह पर जिम्मेदारी बनी रहेगी? इस सवाल का जवाब आने वाले दिनों में साफ हो सकता है।
edited by : Nrapendra Gupta 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

महाराष्ट्र में अनिल देशमुख की गाड़ी पर पथराव, सिर पर लगी चोट

पीएम मोदी के बाद गृहमं‍त्री अमित शाह ने की द साबरमती रिपोर्ट की तारीफ, बोले- सच्चाई को दबाया नहीं जा सकता

क्‍या किसान दे रहे सेटेलाइट को चकमा, प्रदूषण पर क्‍या कहते हैं नासा के आंकड़े?

अमेरिका में पकड़ा गया गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का भाई अनमोल

अमेरिका में पढ़ रहे सबसे ज्‍यादा भारतीय छात्र, रिकॉर्ड स्‍तर पर पहुंची संख्‍या

सभी देखें

नवीनतम

मध्यप्रदेश में फिल्म द साबरमती रिपोर्ट टैक्स फ्री, बोले CM डॉ. मोहन यादव, देखने जाऊंगा फिल्म

LIVE: महाराष्‍ट्र में वोट फॉर नोट पर बवाल, भाजपा नेता विनोद तावड़े के खिलाफ FIR

महाराष्‍ट्र में मतदान से पहले पैसे बांटने पर बवाल, मुश्किल में भाजपा नेता विनोद तावड़े

रील्‍स का बुखार ले रहा जान, डैम में लगाई छलांग और फिर कभी नहीं निकल सका

कितना अहम है मोदी-शाह के लिए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024, भाजपा का नया राष्ट्रीय अध्यक्ष भी इसी पर निर्भर

अगला लेख