नोटबंदी ने तोड़ी हवाला कारोबार की कमर, कश्मीरी आतंकियों की हालत पतली...

#नोटबंदी

Webdunia
सोमवार, 14 नवंबर 2016 (11:30 IST)
नोट पाबंदी के सकारात्मक परिणाम सामने आने लगे है। भारतीय खुफिया सेवा आईबी के अनुसार सरकार के 500 और 1000 रुपये के नोटों पर बैन लगाने के बाद हवाल कारोबार में 80 प्रतिशत की गिरावट आ गई है। इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) की एक रिपोर्ट के मुताबिक तीन दिनों के अंदर खाड़ी देशों और कश्मीर घाटी के बीच एक भी हवाला ट्रांजेक्शन सामने नहीं आया है।  
यह भी सूचना मिली है कि दिल्ली, जयपुर, अहमदाबाद और मुंबई में हवाला करोबार करने वाले ऑपरेटर्स फिलहाल अंडरग्राउंड हो गए हैं। एक अंग्रेजी अखबार की खबर के मुताबिक आईबी ने अपनी रिपोर्ट गृह मंत्रालय को सौंपी है। मंत्रालय ने आईबी और एनआईए को नोट बंदी के असर की निगरानी की जिम्मेदारी दी है। 
 
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि हवाला कारोबारियों के भूमिगत होने से अपराधियों, आतंकवादियों की मनी लॉन्ड्रिंग रुक सी गई है। हिजबुल मुजाहिदीन कमांडर बुरहान वानी के मारे जाने के बाद आईबी और एनआईए कश्मीर घाटी में हवाला फंडिग की जांच कर रहे हैं।

आईबी की रिपोर्ट के मुताबिक कश्मीर घाटी में सुरक्षा बलों की कार्रवाई के कारण हवाला कारो​बारियों में डर है और वह कालेधन से घबरा रहे हैं और कोई खतरा नहीं उठाना चाहते। इसकी वजह से पिछले दो दिनों में कश्मीर में भी शांति छाई हुई है।  

Show comments

महाराष्ट्र में कौनसी पार्टी असली और कौनसी नकली, भ्रमित हुआ मतदाता

Prajwal Revanna : यौन उत्पीड़न मामले में JDS सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर एक्शन, पार्टी से कर दिए गए सस्पेंड

क्या इस्लाम न मानने वालों पर शरिया कानून लागू होगा, महिला की याचिका पर केंद्र व केरल सरकार को SC का नोटिस

MP कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और MLA विक्रांत भूरिया पर पास्को एक्ट में FIR दर्ज

टूड्रो के सामने लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, भारत ने राजदूत को किया तलब

कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वालों को साइड इफेक्ट का कितना डर, डॉ. रमन गंगाखेडकर से जानें आपके हर सवाल का जवाब?

Covishield Vaccine से Blood clotting और Heart attack पर क्‍या कहते हैं डॉक्‍टर्स, जानिए कितना है रिस्‍क?

इस्लामाबाद हाई कोर्ट का अहम फैसला, नहीं मिला इमरान के पास गोपनीय दस्तावेज होने का कोई सबूत

पुलिस ने स्कूलों को धमकी को बताया फर्जी, कहा जांच में कुछ नहीं मिला

दिल्ली-NCR के कितने स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, अब तक क्या एक्शन हुआ?

अगला लेख