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Cyclone Biporjoy Live Updates : पाकिस्तान के सिंध में 62,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया

हमें फॉलो करें Cyclone Biporjoy Live Updates : पाकिस्तान के सिंध में 62,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया
, गुरुवार, 15 जून 2023 (13:00 IST)
Cyclone Biporjoy Live Updates : गुजरात के कच्छ जिले में आज जखौ बंदरगाह के पास चक्रवात 'बिपरजॉय' तट से टकरा सकता है। कच्छ और सौराष्‍ट्र में रेड अलर्ट जारी किया गया है। राज्य प्रशासन ने तट के पास रहने वाले 74,000 से अधिक लोगों को एहतियात के तौर पर स्थानांतरित कर दिया है और बचाव एवं राहत उपायों के लिए आपदा प्रबंधन इकाइयों को तैनात किया है। बिपरजॉय से जुड़ी हर जानकारी... 

-चक्रवात बिपारजॉय के गुरुवार को पाकिस्तान के तटीय क्षेत्रों में दस्तक देने से पहले दक्षिणी सिंध प्रांत में लगभग 62,000 लोगों को उनके घरों से हटा कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।
-वर्तमान में ‘‘बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान’’ में तब्दील हो चुका बिपारजॉय भारत और पाकिस्तान के करीब पहुंच रहा है, जिसकी वजह से अधिकारी जानमाल के संभावित नुकसान को कम करने के लिए एहतियाती कदम उठा रहे हैं।
-इसके सिंध के थट्टा जिले में केटी बंदर बंदरगाह और भारत के कच्छ जिले के बीच तट पर पहुंचने की उम्मीद है।
-मौसम विभाग के अनुसार, तूफान शाम 6 बजे से रात 9 बजे के बीच जाखौ बंदरगाह से टकरा सकता है। इससे पहले मौसम विभाग ने आज शाम पांच बजे तूफान की आशंका जताई थी।
-चक्रवात के खतरे के कारण गुजरात में 8 जिलों के 442 गांवों में अलर्ट
-जामनगर के एसटी डिपो से आज रवाना होने वाली 54 बसें रद्द कर दी गई है।
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-चक्रवात बिपारजॉय के कारण कच्छ की आर्थिक राजधानी कहे जाने वाले गांधीधाम की गति धीमी हो गई है। गांधीधाम बस स्टेशन जर्जर होने के कारण सील किया गया।
-मुंबई में दिखा चक्रवात 'बिपरजॉय' का प्रभाव। समुद्र में आज ऊंची लहरें उठ रही हैं। हाईटाइड की संभावना।
-IMD महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा के अनुसार, चक्रवात बिपरजोय सौराष्ट्र, कच्छ की तरफ बढ़ रहा है। यह जखाऊ से करीब 180 किमी की दूरी पर है। इसकी हवाओं की रफ्तार 125-135 किमी प्रति घंटे रफ्तार से चल रहा है। यह शाम तक तट पर पहुंचेगा। यह अति गंभीर चक्रवाती तूफान है। इसकी वजह से पेड, छोटे मकान, मिट्टी के घर, टिन के घरों को नुकसान हो सकता है।
-नौसेना ने मदद के लिए 4 जहाज तैनात किए। गोवा में INS हंसा और मुंबई में INS शिकरा तैनात।
-कच्छ के 9 गांव पूरी तरह बंद, सिर्फ दूध की दुकानें और पेट्रोल पंप ही खुले रहेंगे। 
-मौसम विभाग ने कहा कि अरब सागर में सक्रिय चक्रवात के गुजरात तट की ओर बढ़ने के साथ, सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्र के कुछ हिस्सों में तेज हवाएं चलीं और भारी बारिश हुई।
-मई 2021 में 'ताउते' चक्रवात के बाद दो साल के भीतर राज्य में आने वाला यह दूसरा चक्रवात होगा।
-भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, चक्रवात 'बिपरजॉय' बृहस्पतिवार शाम को 'बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान' के रूप में जखौ बंदरगाह के पास पहुंचेगा और इस दौरान 150 किलोमीटर प्रति घंटे तक की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं।
-8 तटीय जिलों में कुल 74,345 लोगों को अस्थायी आश्रयों में ले जाया गया है। कच्छ जिले में लगभग 34,300 लोगों को, जबकि जामनगर में 10,000, मोरबी में 9,243, राजकोट में 6,089, देवभूमि द्वारका में 5,035, जूनागढ़ में 4,604, पोरबंदर जिले में 3,469 और गिर सोमनाथ जिले में 1,605 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है।
-गुजरात के दो सबसे प्रसिद्ध मंदिर - देवभूमि द्वारका में द्वारकाधीश मंदिर और गिर सोमनाथ जिले में सोमनाथ मंदिर- गुरुवार को श्रद्धालुओं के लिए बंद रहेंगे। 12 बजे से श्रद्धालुओं के लिए बंद रहेगा पावागढ़ मंदिर।
-एसईओसी के अनुसार, पिछले 24 घंटे की अवधि में सौराष्ट्र और कच्छ जिले के 54 तालुक में 10 मिलीमीटर से ज्यादा पानी बरसा। इस अवधि के दौरान देवभूमि द्वारका जिले के खंभालिया तालुका में सबसे अधिक 121 मिमी बारिश हुई, इसके बाद द्वारका (92 मिमी) और कल्याणपुर (70 मिमी) में बारिश हुई।
-एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल) की 15, एसडीआरएफ (राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल) की 12, राज्य सड़क एवं भवन विभाग की 115 और राज्य बिजली विभाग की 397 टीम विभिन्न तटीय जिलों में तैनात की गई हैं।
-पश्चिम रेलवे ने एहतियात के तौर पर 76 ट्रेनें रद्द कर दी। 36 रेलगाड़ियों को गंतव्य से पहले रोका जा रहा है। 31 ट्रेनों को उनके तय स्टेशन के बजाय दूसरे स्टेशन से चलाया जाएगा।
-इस बीच, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को तीनों सेना प्रमुखों से बात की और चक्रवात 'बिपरजॉय' के प्रभाव से निपटने के लिए सशस्त्र बलों की तैयारियों की समीक्षा की।
-गुजरात तट पर स्थित मांडवी शहर के पारंपरिक जहाज निर्माता इस बात से चिंतित हैं कि चक्रवात से उनके उद्योग को बड़ा नुकसान पहुंच सकता है, क्योंकि तट पर निर्माणाधीन जहाजों को सुरक्षा के लिए आसानी से स्थानांतरित नहीं किया जा सकता।
-पोत निर्माण से संबंधित एक कार्यशाला की देखरेख करने वाले अब्दुल्ला यूसुफ माधवानी ने कहा, "एक जहाज को बनाने में लगभग दो साल लगते हैं। एक जहाज के निर्माण में लगभग 50 से 70 लाख रुपये का खर्च आता है। हमें डर है कि चक्रवात उन जहाजों को नष्ट कर देगा जो निर्माण के विभिन्न चरणों में हैं।
 

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