Delhi Liquor Scam : मनीष सिसोदिया की जमानत पर सुनवाई, ED से सुप्रीम कोर्ट ने पूछा- सबूत कहां हैं, 12 अक्टूबर को फिर सुनवाई

Webdunia
गुरुवार, 5 अक्टूबर 2023 (17:29 IST)
Delhi Liquor Policy Row :  शराब घोटाले में आम आदमी पार्टी के नेताओं की परेशानी को बढ़ा दिया है। कल आप नेता संजय सिंह को ईडी ने गिरफ्तार किया। शराब नीति मामले (Liquor Policy) में गिरफ्तार दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) की जमानत याचिका पर सुनवाई हुई।

सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कड़ी टिप्पणी करते हुए कहा है कि सबूतों की श्रृंखला पूरी तरह से स्थापित नहीं हुई है। कोर्ट ने यह भी पूछा गया कि खुद इस मामले में आरोपी कारोबारी दिनेश अरोड़ा के बयान के अलावा सिसोदिया के खिलाफ सबूत कहां हैं? अब मामले को लेकर अगली सुनवाई 12 अक्टूबर को होगी। 
क्या बोला कोर्ट ने : जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस एसवीएन भट्टी की पीठ ने कहा कि एजेंसियों ने जो मामला बनाया है वह यह है कि पैसा मनीष सिसोदिया को मिला था लेकिन यह पैसा तथाकथित शराब समूह से उन तक पहुंचा कैसे? कोर्ट ने कहा कि जमानत याचिका पर आगे की सुनवाई 12 अक्टूबर को होगी।
 
कोर्ट ने यह भी पूछा कि क्या कथित मनी लॉन्ड्रिंग गतिविधि को सिसोदिया से जोड़ने का कोई संकेत है? अदालत ने टिप्पणी की कि आप तथ्यात्मक और कानूनी रूप से सिसोदिया द्वारा मनी लॉन्ड्रिंग को कैसे साबित करेंगे? एजेंसियां

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

राहुल गांधी ने दी सफाई, बोले- मैं व्यवसाय नहीं, एकाधिकार के खिलाफ

Video : बस चलाते ड्राइवर को आया हार्ट अटैक, कंडक्टर ने दिखाई फूर्ती, लेकिन

शाहरुख खान को धमकी : गिरफ्तार आरोपी फैजान को थमाया नोटिस, पुलिस ने की पूछताछ

Skoda Kylaq : Nexon और Brezza की उड़ जाएगी नींद, 8 लाख से कम कीमत वाली स्कोडा की सबसे छोटी SUV

पप्पू यादव को फिर धमकी, व्हाट्‍सएप पर कहा- गिने आखिरी दिन, 6 लोगों को दी गई सुपारी

सभी देखें

नवीनतम

धारा 370 क्यों बहाल करना चाहते हैं शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद?

नोटबंदी के 8 साल : अखिलेश ने साधा BJP पर निशाना, कहा एक पूरा अध्याय सिर्फ काले रंग से ही छापा जाएगा

J&K: विशेष दर्जे के प्रस्ताव के विरोध में भाजपा विधायकों ने किया छद्म सत्र आयोजित

LIVE: पुतिन बोले, भारत वैश्विक महाशक्तियों की सूची में शामिल होने का हकदार

ज्योतिरादित्य सिंधिया ने विजयपुर उपचुनाव से बनाई दूरी, गुटबाजी भाजपा पर पड़ेगी भारी!

अगला लेख