आईएस के चुंगल से छूटे डॉक्टर ने सुनाई आपबीती, कहा...

Webdunia
रविवार, 26 फ़रवरी 2017 (10:16 IST)
नई दिल्ली। 18 महीने पहले लीबिया में आतंकी संगठन आईएस द्वारा अगवा किए गए भारतीय डॉक्टर राममूर्ति कोसानाम ने उनके चुंगल से रिहा होने के बाद अपनी आपबीती सुनाई है। डॉक्टर ने कहा कि वो काफी पढ़े-लिखे थे और भारत के बारे में काफी कुछ जानते थे।
 
डॉ.राममूर्ती ने कहा कि आतंकी मुझे ऑपरेशन थियेटर में जबरन ले जाते थे ताकि में उनके साथियों का ऑपरेशन कर सकूं, लेकिन मैंने कभी किसी को एक स्टिच तक नहीं लगाया। उन्होंने मुझे कोई शारीरिक यातना नहीं दी लेकिन बोलकर जरूर प्रताड़ित करते थे। डॉक्टर ने अपनी रिहाई से लिए पीएम मोदी, एनएसए और अन्य अधिकारियों को धन्यवाद भी कहा है।
 
उन्होंने कहा कि ने कहा कि एक दिन वो मेरे पास आए और अपने साथ चलने को कहा। उनके साथ एक और भारतीय था। वो हम दोनों को शिर्त में उनकी सेंट्रल जेल में ले गए। वहां मेरी दो अन्य भारतीयों से मुलाकात हुई जिन्हें शिर्त में अन्य जगह से पकड़ा गया था। वो लोग जेल में पिछले दो महीने से थे।
 
राममूर्ति के अनुसार वो हमें इस्लाम की शिक्षा देते और बताते कैसे दिन में पांच बार नमाज अता करते हैं। कुछ समय बाद वो हमें एक अन्य जेल में ले गए जो अंडरग्राउंड थी। एक महीने बाद फिर हमारी जगह बदली गई। इस दोरान आईएस के लोग हमें इस्लाम के बारे में बताते रहे। ।
 
डॉक्टर के अनुसार पिछले साल रमजान के दौरान आतंकियों ने मुझे उनके साथियों का इलाज करने के लिए कहा। मैंने उनसे कहा कि मुझे ऑपरेशन करना नहीं आता। 
 
डॉक्टर ने अपनी कलाई भी दिखाई जिस पर आईएस वालों ने गोली मार दी थी। उनके हाथ में अब भी गोली फंसी हुई है।
Show comments

UP : आगरा में जूता कारोबारियों के ठिकानों पर इनकम टैक्स की छापेमारी, 30 करोड़ बरामद

Swati Maliwal Case : स्वाति मालीवाल बोली- एक गुंडे के दबाव में झुकी AAP, अब मेरे चरित्र पर सवाल उठा रही है

छत्तीसगढ़ में एक ही परिवार के 5 लोगों की हत्‍या, फांसी पर लटका मिला एक अन्‍य शव

कोर्ट ने क्यों खारिज की विभव कुमार की जमानत याचिका, बताया कारण

अमेठी में इस बार आसान नहीं है केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की राह

UP : आगरा में जूता कारोबारियों के ठिकानों पर इनकम टैक्स की छापेमारी, 30 करोड़ बरामद

Swati Maliwal Case : स्वाति मालीवाल बोली- एक गुंडे के दबाव में झुकी AAP, अब मेरे चरित्र पर सवाल उठा रही है

जर्मन मीडिया को भारतीय मुसलमान प्रिय हैं, जर्मन मुसलमान अप्रिय

छत्तीसगढ़ में एक ही परिवार के 5 लोगों की हत्‍या, फांसी पर लटका मिला एक अन्‍य शव

Lok Sabha Elections 2024 : दिल्ली की जनसभा में क्यों भावुक हो गए PM मोदी, देश की 140 करोड़ जनता को बताया अपना वारिस

अगला लेख