गरबा पांडाल में एंट्री से पहले पीना होगा गोमूत्र, इंदौर बीजेपी जिलाध्‍यक्ष चिंटू वर्मा का बेतुका बयान

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
मंगलवार, 1 अक्टूबर 2024 (13:16 IST)
MP News: इंदौर के बीजेपी जिला अध्यक्ष चिंटू वर्मा ने एक बेहद बेतुका बयान दिया है, इस बयान के बाद भाजपा और कांग्रेस आमने- सामने आ गए हैं। इसे लेकर सोशल मीडिया में भी जमकर बहस चल रही है

दरअसल, चिंटू वर्मा ने नवरात्रि उत्सव के आयोजकों से कहा है कि वे लोगों को गरबा पंडालों के अंदर जाने से पहले उन्हें गौमूत्र पिलाएं। उन्‍होंने कहा कि आजकल आधार कार्ड फर्जी बन जाते हैं, ऐसे में गरबा पांडाल आने वालों को गोमूत्र पिलाया जाए। उनके इस बयान के पीछे तर्क दिया जा रहा है कि इस तरह की पहल से गरबा पांडालों में गैर हिंदू लोगों पर रोक लग सकेगी। बता दें कि इसके पहले पूर्व मंत्री और महू विधानसभा से भाजपा विधायक उषा ठाकुर भी गरबा पांडालों में गैर हिंदुओं की एंट्री को लेकर सवाल उठा चुकी हैं।

ऐसा क्‍यों कहा बीजेपी नेता ने: पीटीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक बीजेपी नेता का मानना है कि अगर हिंदू पंडाल में घुसेंगे तो उन्हें गौमूत्र पीने से कोई आपत्ति नहीं होगी। सोमवार को मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने यह बयान दिया। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक उन्होंने कहा, ‘हमने आयोजकों से गुजारिश की है कि वे भक्तों को गरबा पंडालों में प्रवेश करने से पहले गोमूत्र से आचमन करने की अनुमति दें’

आधार कार्ड से नहीं होगी पहचान: इस बयान के पीछे के तर्क के बारे में पूछे जाने पर वर्मा ने कहा कि कभी-कभी कुछ लोग इन आयोजनों में शामिल होते हैं, जिससे ‘कुछ खास चर्चाएं’ पैदा होती हैं। उन्होंने आगे कहा कि आधार कार्ड में बदलाव किया जा सकता है। हालांकि, अगर कोई व्यक्ति हिंदू है तो वह गोमूत्र के आचमन के बाद ही गरबा पंडाल में प्रवेश कर सकेगा और इससे इनकार करने का सवाल ही नहीं उठता’

कांग्रेस ने किया पलटवार : हालांकि चिंटू के इस बयान की कांग्रेस ने निंदा की है, और इसे ध्रुवीकरण की नई रणनीति करार दिया है। मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता नीलाभ शुक्ला ने आरोप लगाया कि भाजपा नेता गौशालाओं की दुर्दशा पर चुप हैं और केवल इस मुद्दे का राजनीतिकरण करने में रुचि रखते हैं। उन्होंने कहा, ‘गौमूत्र आचमन की मांग उठाना भाजपा की ध्रुवीकरण की राजनीति करने की नई चाल है’। उन्होंने भाजपा नेताओं से पंडालों में प्रवेश करने से पहले गौमूत्र पीने और वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट करने की गुजारिश की है।

उषा ठाकुर ने भी उठाया था मामला : गैर हिंदू युवकों की एंट्री को लेकर विधायक उषा ठाकुर भी कह चुकी हैं कि जब मुस्लिम समाज मूर्ति पूजा नहीं मानता है तो फिर समाज के युवक गरबा पांडालों में गरबे करने क्यों आते हैं? इंदौर में दस स्थानों पर फ्री स्टाइल गरबे होते हैं और देखने वालों को भी गरबा करने की सुविधा रहती है। इसमें मुस्लिम युवाओं के पहुंचने और उसे लेकर विवाद के मामले सामने आते रहते हैं।
Edited By : Navin Rangiyal

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